पांवटा साहिब: उत्तरी भारत की सबसे बड़ी चूना पत्थर मंडी कहे जाने वाले सतौन में यूपी-बिहार व अन्य कई राज्यों के लोग यहां पर मजदूरी करके अपना लालन पालन करते हैं लेकिन देश में लॉकडाउन होने के बाद यूपी-बिहार व अन्य राज्य के लोग काम छोड़ कर अपने घर की ओर जा रहे थे.
इसके कारण सड़कों पर लंबी-लंबी कतारों में इकट्ठा होते हुए पैदल चल रहे थे जिससे कोरोना वायरस का खतरा बना रहता है. श्रमिक मजदूरों न तो सतौन छोड़ने की बात कर रहे हैं और ना ही घर जाने की बात कर रहे हैं. श्रमिक मजदूरों ने कोरोना के खतरे को समझते हुए यहीं रुकने का फैसला किया है. श्रमिक मजदूरों का कहना है कि अपने परिवार और देश को बचाने के लिए हम सभी को प्रधानमंत्री की बातों का पालन करना चाहिए.
श्रमिक मजदूरों ने कहा कि इन्हीं बातों से आने वाले समय में कोरोना वायरस से अपने देश को बचाया जा सके. श्रमिक मजदूरों ने कहा कि सिरमौर प्रशासन ने हर सुविधा का यहां पर प्रबंध किया है. आशा वर्कर बार-बार यहां पर उनका हालचाल पूछने के लिए पहुंचती हैं. स्थानीय पंचायत की टीम भी इनका सहयोग कर रहे हैं. ठेकेदार व उद्योग के मालिक भी मजदूरों के खाने पीने का सामान छोड़ रहे हैं. हम अपने कमरे के अंदर ही दूर-दूर बैठे हैं.
हिमाचल में कोरोना वायरस का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है. राज्य में अभी तक 199 लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है, जिसमें से 196 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. प्रदेश में कोरोना वायरस के एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि अभी भी एक महिला कोरोना से संक्रमित है. राहत की बात ये है कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक युवक की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
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