UNION BUDGET 2022: अनुराग ठाकुर के गृह जिला में कारोबारियों और युवाओं को आम बजट से राहत की उम्मीद
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के गृह जिला हमीरपुर में लोगों ने आम बजट से खासी उम्मीदें लगा रखी हैं. कोरोना काल में लोग एक तरफ राहत की उम्मीद भी कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर रोजगार और नए काम धंधों में राहत दिए जाने की भी आस लगाई जा रही है. व्यापारी वर्ग (hamirpur businessman on union budget) को उम्मीद है कि टैक्स प्रणाली को और सरल किया जाएगा तथा उन्हें करों में राहत प्रदान की जाएगी.
शिमला में दो जगह भीषण अग्निकांड, 1 व्यक्ति झुलसा...लाखों का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में सर्दियां के दौरान आगजनी के मामले बढ़ जाते हैं. जिला शिमला में दो अलग-अलग जगहों से आगजनी की घटनाएं सामने (arson cases in shimla district) आई हैं. पहला मामला मशोबरा के बलदेया (hotel caught fire in Baldeyan) है. वहीं, दूसरा मामला चौपाल विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ननहार (fire in gram panchayat nanhar) का है.
अटल और मोदी के दूसरे घर हिमाचल में हांफ रही रेल, बजट में मिलते हैं सिर्फ आश्वासन
केंद्र की सरकारें पहाड़ी राज्य हिमाचल में रेल विस्तार को लेकर उदासीन रही हैं, लेकिन पूरे हिमाचल में रेल विस्तार (railway expansion in himachal) के लिए केंद्र की कोई दूरगामी योजना नहीं दिखाई देती. आजादी के बाद केंद्र की सरकारों ने हिमाचल में रेल नेटवर्क (himachal rail network) का विस्तार करने में खास ध्यान नहीं दिया, जबकि हिमाचल में पर्यटन (tourism in himachal) और औद्योगिक विकास की रफ्तार को और तेज करने के लिए रेल विस्तार बहुत जरूरी है.
8 साल में 80 किलोमीटर चली भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल लाइन, वक्त पर पूरी हो पाएगी योजना ?
भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल लाइन (Bhanupali Bilaspur Leh Rail Line) का कार्य तय समय पर पुरा होता नजर नही आ रहा है. हालांकि इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य 2025 तक है, लेकिन 465 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन में अभी 80 किलोमीटर का ही कार्य पूरा हो पाया है. वहीं, भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया धीमी होने के चलते इस कार्य में और देरी हो रही है. इस पूरे प्रोजेक्ट पर 83, 360 करोड़ रूपये खर्च होने हैं. जबकि, पूरी रेल लाइन पर 74 सुरंगें, 124 बड़े पुल और 396 पुलिया बनेगी.
नग्गर कैसल किला: हिमाचल का एक ऐसा किला जिसमें एक भी कील का नहीं हुआ इस्तेमाल
हिमाचल के पर्यटन स्थल (tourist destination of himachal) दूनिया भर में मशहूर हैं. देश-विदेश से हर साल लाखों सैलानी यहां पहुंचते हैं. कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली से 20 किमी. दूर पर मौजूद नग्गर कैसल किला (naggar kaisal fort) भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. 16वीं शताब्दी में बने इस किले में एक भी लोहे की कील का इस्तेमाल नहीं हुआ है. इतना ही नहीं, साल 1905 में आए विनाशकारी भूकंप भी इस किले को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सका. यहां आने वाले सैलानी इसकी निर्माण शैली के दीवाने हैं.