बारिश से किसान की मेहनत पर फिरा 'पानी', सप्लाई कम होने के चलते बढ़े सब्जियों के दाम
पांवटा साहिब में बारिश से इस बार सब्जियों को नुकसान पहुंचा. इससे इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. बारिश के चलते कुछ किसानों को घाटा सहना पड़ा है तो वहीं मंडी पहुंचने वाली सब्जी के उचित दाम मिल रहे हैं. उधर, सब्जियों के दाम बढ़ने से आमजन पर आर्थिक बोझ बढ़ा है.
Vegetables spoiled due to rain
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Published : Sep 23, 2020, 9:58 PM IST
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Updated : Sep 23, 2020, 10:44 PM IST
पांवटा साहिबः उपमंडल पांवटा साहिब में इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. मार्किट में सब्जियों की डिमांड अधिक है और मंडी में सब्जियों की सप्लाई कम पहुंच रही है. इससे दामों में बढ़त देखने को मिल रही है. बारिश से इस बार सब्जियों को नुकसान पहुंचा है और वहीं, किसानों को दाम बढ़ने से लाभ बी मिल रहा है तो वहीं, अधिक आमजन को अधिक आर्थिक बोझ झेलना पड़ रहा है.
बारिश के मौसम और कोरोना महामारी के चलते इन दिनों सब्जियों की उपज कम हो रही है जिससे मांग के अनुरूप सप्लाई सब्जी मंडी में नहीं पहुंच पा रही है. इससे आम लोगों के किचन का बजट के साथ ही जायका बिगड़ गया है.
वीडियो.
बारिश से सब्जी की फसल को पहुंचा नुकसान
स्थानीय किसानों का कहना है कि बारिश के चलते सब्जियों सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. एक किसान ने बताया कि पिछले बार के मुकाबले में सब्जी की फसल कम हुई है. इस बार एक तिहाई ही सब्जियां बच पाई. उन्होंने बताया कि पिछली बार डेढ़ लाख के लहसून बेचे थे, लेकिन इस बार उन्हें फसल में करीब 60-70 हजार का घाटा हुआ है.
सब्जियों में लगे कीड़ों से निपटने के लिए नहीं मिली जानकारी
वहीं, एक अन्य किसान ने कहा कि इस बार सब्जी की फसल में कीड़े लग गए. इससे निपटने के लिए कृषि विभाग ने उन्हें समय पर सूचित नहीं किया, जिसके चलते सब्जी की फसल खराब हो गई और उन्हें घाटा उठाना पड़ा है. एक अन्य किसान का कहना है कि इस बार समय पर बीज भी नहीं मिल पाए जिसके चलते अदरक व अन्य सब्जियों की पैदावार में कमी आई है.
किसानों को सब्जी के मिल रहे उचित दाम
दूसरी ओर, बुजुर्ग किसान जगदीश चंद ने बताया कि इस बार लहसुन, प्याज, टमाटर आदि फसलों की पैदावार अच्छी हुई है. फसलों के दाम बहुत अच्छे मिले हैं. जगदीश चंद ने कहा कि टमाटर एक करेट 500 रुपये क्रेट बिकता था, अब एक हजार से 12 सौ रुपये की बिक रहा है. लहसुन 100 रुपये किलो से अब 130 रुपये किलो बिका है. दाम अच्छे मिलने से वे सतुंष्ट हैं.
कुछ को हुआ घाटा, कुछ को मिला लाभ
कुछ किसानों को बारिश के कारण नुक्सान झेलना पड़ा है और कुछ किसानों को पैदावार कम होने से बढ़ी कीमतों से लाभ मिला है. वहीं, मंहगी सब्जी को खरीददार भी कम मिल रहे हैं और आमलोगों को भी मंहगाई की मार झेलनी पड़ रही है.
दाम बढ़ने से सब्जी की खरीददारी घटी
उधर, सब्जी विक्रता सोनू कुमार ने बताया कि आम आदमी सब्जियां खरीदने से कतरा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बाजार मंदा चल रहा है. पहले जहां लोग किलो में खरीदकर ले जाते थे, अब वहां ढाई सौ ग्राम खरीद रहे हैं. ऐसे में विक्रेताओं को भी परेशानियां हो रही है. पहले जहां तीन हजार रुपये सेल होती थी और अब मुश्किल से एक हजार तक पहुंच रहे हैं.
सब्जी
अभी के दाम (रुपये प्रति किलो पर)
पहले के दाम (रुपये प्रति किलो पर)
बैंगन
50
20
भिंडी
40
20
फ्रासं बीन
80
40
करेला
60
30
लोकी
40
10
शिमला मिर्च
80
25
मंहगी सब्जी से आमजन पर बढ़ा आर्थिक बोझ
वहीं, सब्जी खरीददारों का कहना है कि कोरोना वायरस से पहले आर्थिक स्थिति बदतर हो चुकी है और सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. उन्होंने कहा कि सब्जी समेत अन्य सामानों की कीमत ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. सब्जियों की जरूरत तो हर घर में रहती है तो ऐसे में मंहगे दामों पर ही सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं. वहीं, गृहिणी का कहना है किअब वह एक किलो की जगह आधा किलो में ही गुजारा कर रही हैं. वह अब कम मात्रा में ही सब्जी खरीद रहे हैं ताकि घर के बजट को बरकरार रखा जाए.
रोजाना इस्तेमाल होने वाली सब्जियों की सप्लाई की कमी
इस बारे जब पांवटा साहिब सब्जी मंडी के आढ़ती शिवानंद सिंह से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मंडियों में सब्जी कम पहुंचने से दाम बढ़े रहे हैं. रोजाना घरों में इस्तेमाल होने वाली सब्जियां की सप्लाई कम है. इससे मैदानी क्षेत्रों के लोगों को सब्जी खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं.
डिमांड अधिक और सप्लाई कम
वहीं, पांवटा साहिब सब्जी मंडी इंचार्ज मोशन खान ने कहा कि अभी के दो महीनों के अंतराल में सब्जियों की सप्लाई हिमाचल और उतराखंड पर निर्भर करती है. साथ ही दिल्ली, पंजाब, हरियाणा से भी सब्जियां पहुंचती हैं. इन दिनों सब्जियों को उपज कम होने के चलते लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि इसका लाभ किसानों को तो मिल रहा है लेकिन आम लोगों को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि सिरमौर के ऊपरी इलाकों से भी फूलगोभी, शिमला मिर्च, टमाटर, लहसुन, शिमला मिर्च, फ्रांस बीन इत्यादि सब्जियां पहुंचना शुरू हो गईं हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों को राहत जरूर मिल सकती है.