पांवटा साहिब: प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से हर घर को नल से जल दिए जाने के लिए कवायद चल रही है. वहीं, जिला सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब क्षेत्र में पानी की समस्या दिनों-दिन विकराल रूप धारण कर रही है. आलम यह है कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में लोगों को पीने के पानी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है.
यही नहीं पांवटा निर्वाचन क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति इतनी बदतर है कि लोगों को कई-कई किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाना पड़ता है. खासकर, पांवटा निर्वाचन क्षेत्र के गिरिपार के कोटगा कंडो, शिलांन नघेता, रुदाना , डांडा आंज, भितरकुई, कुलथीना के क्षेत्रों में पानी को लेकर ग्रामीणों में सरकार और विभाग के प्रति भारी रोष है.
पेयजल योजना चल रहीं है पर नहीं मिल रहा पानी
ग्रामीणों का कहना है एक तरफ तो प्रदेश सरकार लोगों को घर द्वार पर मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने की बात करती है, दूसरी ओर स्थिति यह है कि लोगों को पानी की बूंद-बूंद के लिए मोहताज होना पड़ रहा है. इस बारे में कोटगा गांव के लोगों का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें आज तक पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध नहीं करवाया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पेयजल योजना तो चलाई जा रही है, लेकिन उन योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है.
मीलों ढो कर लाना पड़ता है पानी
ग्रामीणों का कहना है कि वे करीब तीन किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाने को मजबूर है. गांव की महिलाओं का ज्यादातर समय घर का काम छोड़ कर पानी ढ़ोने में चला जाता है. वहीं, मैदानी इलाकों की बात करें तो पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना, पातलियो, ज्वालापुर, करतारपुर और शहर में भी यही स्थिति है. लोगों ने बताया कि स्वच्छ पेयजल के लिए आज भी मोहताज हो रहे हैं. नवादा पंचायत के रहीम ने बताया कि पानी की किल्लत किसानों के लिए बड़ी परेशानी बन रही है. गिरी नदी से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है.
पानी की सप्लाई सुचारू नहीं
लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार 24 घंटे पानी देने की बात कह रही है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में आज भी पानी की सप्लाई सही ढंग से नहीं मिलती है. गुलाबगढ़ निवासी ने बताया कि खेतों में फसलों को पानी नहीं मिल पा रहा है. कई बार जल शक्ति विभाग को शिकायत भी कर दी है, फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. गांव की पाइप लाइनें दम तोड़ रही हैं.