नाहनः जयराम सरकार अपने कार्यकाल का तीसरा बजट 6 मार्च को पेश करने जा रही है. लिहाजा सिरमौर जिला के लोगों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पर्यटन के क्षेत्र में विकास की खासी उम्मीद है. ईटीवी भारत के संवाददाता ने बजट को लेकर सिरमौर के लोगों से उनकी राय जानी.
दरअसल, सिरमौर जिला में कुदरत ने पर्यटन की अपार संभावनाएं दी है, लेकिन अब तक की किसी भी सरकार ने इस दिशा में ज्यादा ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अन्य जिलों की अपेक्षा यहां पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिला है. फिर चाहें वे धार्मिक पर्यटन हो या फिर अन्य टूरिस्ट पैलेस लोगों की मानें तो अगर यहां पर्यटन के क्षेत्र में सरकार ध्यान दें तो निंसदेह जहां रोजगार के द्वार खुलेंगे.
वहीं, जिला सिरमौर विकास की पटरी पर भी तेजी से दौड़ेगा. पर्यटन स्थलों की बात करें तो 1,621 में बसा नाहन शहर एक ऐतिहासिक शहर है, जहां आज भी बहुत से हिस्टोरिकल पैलेसेज मौजूद है, लेकिन आज तक इस दिशा में भी कुछ नहीं बना.
नाहन विधानसभा क्षेत्र के तहत एशिया का पहला फोसिल पार्क सुकेती में मौजूद है, लेकिन यह पार्क भी अनदेखी का शिकार है. धार्मिक पर्यटन के स्थल पर श्री रेणुका जी भी उतना विकसित नहीं हो पाया, जितना होना चाहिए था. यहां चिड़ियाघर भी मानों नाम का रह गया हो. इसके अलावा त्रिलोकपुर, हरिपुरधार, पांवटा साहिब, पच्छाद आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर कुदरत से पर्यटन की आपार संभावनाएं दी है.
पर्यटन में विकास से बढ़ेगा रोजगार
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सैनवाला निवासी संदीपक तोमर का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस बार सरकार बजट में पर्यटन विकास का विशेष ध्यान रखेगी. सुकेती फोसिल पार्क, हरिपुरधार व स्थानीय छोटे-छोटे जंगलों में पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं. पर्यटन के क्षेत्र में विकास होगा तो रोजगार के द्वार भी खुलेंगे.
सिरमौर में हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं
वहीं, नाहन निवासी अध्यापक दलबीर सिंह खालासा का कहना था कि जिला सिरमौर में हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद हैं. खासकर पर्यटन के क्षेत्र में उम्मीद करते हैं कि राज्य सरकार इस बजट में खास तौर विशेष ध्यान देगी.