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सवर्ण नेताओं की रिहाई को लेकर अनशन पर बैठे कार्यकर्ता, 68 विधायकों को दी ये चेतावनी

देवभूमि क्षत्रिय संगठन एवं देवभूमि सवर्ण मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रूमित ठाकुर व अन्य नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर संगठन के लोगों ने प्रदेश के कई हिस्सों में अनशन (devbhoomi kshatriya organization protest in himachal) शुरू कर दिया है. देवभूमि सवर्ण मोर्चा व देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं ने सवर्ण नेताओं की रिहाई को लेकर प्रदेश के 68 विधायकों को चेतावनी दी है. संगठन के मुताबिक यदि 30 मार्च के बाद भी सरकार ने मांगे पूरी नहीं की, तो आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा.

devbhoomi kshatriya organization protest in nahan
नाहन में देवभूमि सवर्ण मोर्चा व देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन.

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Published : Mar 25, 2022, 4:46 PM IST

नाहन/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में देवभूमि क्षत्रीय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर (Rumit Thakur release Demand) व देवभूमि सवर्ण मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मदन ठाकुर सहित अन्य सवर्ण नेताओं व कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश में सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर हाल ही में शिमला में हुए प्रदर्शन के बाद सवर्ण नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में कार्यकर्ता प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में क्रमिक अनशन (devbhoomi kshatriya organization protest in nahan) पर बैठ गए हैं.

इसी कड़ी में जिला मुख्यालय नाहन के ऐतिहासिक चौगान मैदान में भी देवभूमि सवर्ण मोर्चा व देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं ने आज से अपना क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है, जोकि आगामी 30 मार्च तक चलेगा. संगठन के मुताबिक यदि 30 मार्च के बाद भी सरकार ने मांगे पूरी नहीं की, तो आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा. संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्वष्ट शब्दों में यह भी कहा कि यदि सरकार ने गिरफ्तार सवर्ण नेताओं की रिहाई के साथ-साथ अन्य मांगें पूरी नहीं की तो आगामी विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Election 2022) में प्रदेश के 68 विधायकों को वह अपने-अपने क्षेत्रों में घुमने नहीं देंगे.

नाहन में देवभूमि सवर्ण मोर्चा व देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन.

मीडिया से बात करते हुए संगठन के रेणुका मंडल महामंत्री अंकुर ठाकुर ने कहा कि रूमित सिंह ठाकुर, मदन ठाकुर सहित गिरफ्तार किए गए अन्य सवर्ण नेताओं व कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द रिहा किया जाए. इसी मांग को लेकर आज से क्रमिक अनशन शुरू किया गया है. साथ ही सवर्ण नेताओं पर बनाए गए मामलों को रद्द किया जाए. उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने सवर्ण समाज की मांगों को पूरा नहीं किया, तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 68 विधायकों को गांवों सहित अपने-अपने क्षेत्रों में दाखिल नहीं होने देंगे.

इसलिए सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगों पर संज्ञान लें, अन्यथा 30 मार्च के बाद आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा. इस दौरान सवर्ण समाज ने सरकार से सामान्य वर्ग आयोग को कानूनी रूप से भी लागू करने, आरक्षण जातिगत न होकर आर्थिक रूप से लागू करने व एससीएसटी एक्ट में संशोधन की भी मांग की गई.

हमीरपुर में भी कार्यकर्ताओं ने शुरू किया अनशन: प्रदेश सरकार के खिलाफ देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के द्वारा शिमला में किए गए प्रदर्शन के दौरान हुए पथराव की घटना के बाद संगठन के पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के खिलाफ संगठन ने मोर्चा खोल दिया है. देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित ठाकुर व अन्य कार्यकर्ताओं की रिहाई व उनके खिलाफ सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में गांधी चौक हमीरपुर पर संगठन के कार्यकर्ताओं ने पांच दिवसीय अनशन (Devbhoomi Kshatriya Organization Protest In hamirpur) की शुरुआत कर दी है.

हमीरपुर में देवभूमि सवर्ण मोर्चा व देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन.

संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार सवर्ण समाज के नेताओं की रिहाई नहीं कर देते. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि संगठन इस आंदोलन को ब्लॉक व ग्रामीण स्तर तक ले जाने से गुरेज नहीं करेगी. हमीरपुर में संगठन के कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक पर एकत्रित होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की व आज से पांच दिवसीय अनशन की शुरुआत कर दी है.

संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि शिमला में धरने के दौरान हुए पथराव से देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के पदाधिकारियों का कुछ लेना देना नहीं है. उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर घटना के वीडियो की जांच की जाए तो सब कुछ सामने आ सकता है. वहीं, उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान सवर्ण समाज उसी के साथ होगा जो सवर्ण समाज की आवाज बुलंद करेंगे.

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