नाहन: सिरमौर जिला के संगड़ाह उपमंडल के तहत सियूं क्षेत्र में ग्रामीण अपनी जान को जोखिम में डालकर गिरी नदी को पार करने को मजबूर हैं. लोग काम करने के लिए हर रोज इस रज्जू मार्ग के रास्ते से गुजरते हैं.
दरअसल यहां गिरी नदी पर बने रज्जू मार्ग की गरारी घिस चुकी है, जिसके चलते रज्जू मार्ग से गुजरना जान जोखिम में डालने के बराबर बना हुआ है. अब बरसात शुरू हो चुकी है. नदी का जल स्तर भी बढ़ने लगा है. लोग घास व नदी के आर-पार काम करने के लिए हर रोज इस रज्जू मार्ग के रास्ते से गुजरते है. रज्जू मार्ग की कई बार मरम्मत की जा चुकी है लेकिन इसमें लगी तारों का लंबा स्पेन होने से गरारी हर साल बदलनी होती है जिससे गरारी जल्द ही घिस जाती है.
बता दें कि यह क्षेत्र रेणुका बांध परियोजना के अंतर्गत आता है. यह रज्जू मार्ग कई पंचायतों के लोगों के लिए आर-पार जाने के लिए मुख्य मार्ग है. यदि गिरी नदी का जल स्तर बरसात में अधिक बढ़ता है, तो नदी से होकर तैरकर नहीं आ सकते हैं. गरारी घिस जाने से यह रज्जू मार्ग लोगों की जान के लिए खतरा बना हुआ है. स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन सहित बीडीओ संगड़ाह से शीघ्र अति शीघ दोनों तरफ से रज्जू मार्ग में नई गरारी लगाने की मांग की है.
स्थानीय निवासी अरविंद कपिला ने जिला प्रशासन सहित बीडीओ संगड़ाह से मांग करते हुए कहा कि गिरी नदी पर बने रज्जू मार्ग की हालत खस्ता हो गई है. लिहाजा रज्जू मार्ग के झूले की गरारियों को बदला जाए. लोगों को आने-जाने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि रज्जू मार्ग की जल्द से जल्द गरारी बदल दी जाए और साथ-साथ रस्सा भी लगाया जाए. वहीं, लोगों आर-पार करवाने के लिए जो हर वर्ष टेंडर होता है, वह भी जल्द से जल्द करवाया जाए.
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