नाहनःजिला में निजी लैब में कोरोना संक्रमित युवती का दावा करने वाली रिपोर्ट गलत साबित हो गई है. यही नहीं उसके संपर्क में रह रही दूसरी युवती की रिपोर्ट भी नेगेटिव मिली है.
सीआरआई कसौली से मिली कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट के अनुसार दोनों ही युवतियां नेगेटिव पाई गई है. जाहिर है कि सिरमौर प्रशासन का कोरोना मुक्त जिला का दावा भी परवान चढ़ गया है. बता दें कि पांवटा साहिब उपमंडल के देवीनगर से दो युवतियों को शुक्रवार रातों रात पांवटा साहिब से नाहन मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर आइसोलेशन में रखा गया था.
जहां पर दोनों युवतियों के नमूने जांच के लिए कसौली भेजे गए थे. इनमें से एक युवती का कोरोना संक्रमित होने का दावा निजी लैब में हुआ था, लेकिन इन दोनों युवतियों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है. रिपोर्ट मिलने के बाद जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है.
गौरतलब है कि इन युवतियों की किसी भी तरह की अभी तक कोई ट्रेवल हिस्ट्री सामने नहीं आई है. दावा यहीं किया जा रहा था कि 22 फरवरी के बाद से ये दोनों युवतियां पांवटा साहिब में ही रह रही थी. जिस नामी कंपनी में ये दोनों युवतियां नौकरी कर रही है, उस उद्योग में बाहर से ही किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने के कारण एक युवती कोरोना पॉजिटिव निकली, जिसका दावा गुरूग्राम की एक निजी लैब ने किया था.
अब सामने यही आ रहा है कि संक्रमित युवती और उसके साथ रह रही युवती दोनों ही सरकारी लैब में नेगेटिव पाई गई है. वहीं, डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने दोनों ही युवतियों की रिपोर्ट नेगेटिव आने की पुष्टि की है.
बता दें कि प्रदेश में कोरोना ने एक बार फिर से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है. प्रदेश में कोरोना के अभी तक 50 मामले आ चुके है, जिसमें से 9 मामले एक्टिव है.