नाहन: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं नाहन के भाजपा विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने शनिवार दोपहर जिला मुख्यालय नाहन में पत्रकारवार्ता को संबोधित किया. इस दौरान विधायक बिंदल ने इमरजेंसी की यादों को ताजा करते हुए कहा कि 25 जून 1975 की वह काली रात मेरे देश में दोबारा फिर कभी न आए, जब एक परिवार ने अपनी तानाशाही को चलाने के लिए पूरे देश को 19 महीने तक जेल में तबदील कर दिया.
विधायक बिंदल ने कहा कि इमरजेंसी यानि (25 June 1975 Emergency in India) आपातकाल एक ऐसी घटना थी, जिसने भारत जैसे महान लोकतांत्रिक देश का गला घोंट दिया था. एक ऐसी काली रात जिसने हजारों, लाखों स्वतंत्रता सैनानियों द्वारा दिए गए बलिदानों को सत्ता लोलुपता की आग में झोंक दिया. कोई बोल नहीं सकता था, कोई लिख नहीं सकता था. अखबार छप नहीं सकते थे. यदि छपते थे, तो सरकार की मर्जी के छपते थे. विधायक बिंदल ने कहा कि देश की आजादी के बाद इमरजेंसी के दौरान देश की पुनः आजादी के लिए करीब सवा लाख लोगों ने संघर्ष किया. उन्होंने कहा कि देश में ऐसे हालात कभी दोबारा पैदा न हो, ऐसी वह उम्मीद करते हैं.