पांवटा साहिब: सिरमौर जिले का पांवटा सिविल हॉस्पिटल अव्यवस्थाओं की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहता है. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का मामला गुरुवार को सामने आया है. यहां डॉक्टर्स ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन कार्यक्रम में व्यस्त रहे और 12 घंटों तक युवक की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम के लिए पड़ी रही. परिजन डॉक्टर्स की मिन्नते करते रहे, लेकिन उनपर इसका कोई असर नहीं हुआ.
बुधवार की देर रात कंडेला गांव का पीड़ित को इलाज के लिए लाया गया था. हालत गंभीर होने पर डॉक्टर्स ने उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर दिया था. रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि सुबह से पूरे गांव के सैकड़ों लोग भूखे प्यासे बैठे रहे, लेकिन उनके बेटे का पोस्टमार्टम नहीं किया गया.
आरोप है कि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी और जिला चिकित्साधिकारी के शिकायत भी डॉक्टर्स ने युवक के पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू नहीं की. बल्कि सिविल अस्पताल में व्यस्त होने का बहाना बनाते रहे. वहीं, पुरुवाला थाना प्रभारी विजय रघुवंशी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी. सुबह कागजी कार्रवाई करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर को सूचित कर दिया था, फिलहाल युवक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
बता दें कि गुरुवार यानी आज पीएम मोदी ने पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में पीएम केयर योजना के अंतर्गत नवनिर्मित 1000 एलपीएम ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया. इस ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में 100 बिस्तरों पर सीधे पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होगी और अस्पताल प्रशासन को बाहर से ऑक्सीजन सिलेंडर लेने की आवश्यकता नहीं होगी.
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