पांवटा साहिब: कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया हिलाकर रख दिया है. चाहे वो कोरोना वॉरियर्स हो, या फिर छोटी-बड़ी उद्योगों में काम कर रहे छोटे दिहाड़ीदार मजदूर. सभी इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गए हैं.
अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही लॉकडाउन के दौरान अपने घरों को लौट गए बाहरी राज्यों के कामगर और मजदूर अब अपने-अपने उद्योगों में वापस आने लगे हैं. ऐसे में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है. वहीं, अगर जिला सिरमौर पांवटा साहिब की बात की जाए तो यहां छोटे-बड़े 50 से ज्यादा उद्योग हैं. जिसमें बिहार, झारखंड यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के प्रवासी मजदूर काम करने के लिए आते हैं.
अगले 6 महीनों में सुधरेंगे उद्योगों के हालात
कोरोना काल में लगे लॉकडाउन की वजह से उद्योगों को भारी नुकसान पहुंचा है. अपने उद्योंगो को पटरी पर लाने और उद्योगों में मजदूरों को बेहतर सुविधा के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी से मुलाकात की. इस दौरान मंत्री ने उन्हें अगले 6 महीनों में हालात सुधारने का वादा किया है.
प्रदेश की सीमा पर प्रवासी मजदूरों का हो रहा टेस्ट
क्रशर उद्योग से जुड़े मदन शर्मा बताते हैं कि प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की वजह से कोरोना न फैले, इसके लिए पुलिस और डॉक्टर्स की टीम बॉर्डर पर ही प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है. इसके बाद ही इन्हें प्रदेश की सीमा में आने की अनुमति दी जा रही है.