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NH-707 पर गड्ढों से ट्रक चालक परेशान, प्रशासन को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम

पांवटा साहिब के नेशनल हाईवे-707 पर भूस्खलन होने से लोडिंग वाहनों की आवाजाही बाधित हो रही है. दरअसल मार्ग पर गड्ढों की वजह से लोडिंग वाहन धंस रहे हैं, जिसके चलते ट्रक चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने जिला प्रशासन को मार्ग की मरम्मत के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है.

truck drivers face problem due to  potholes on nh 707
एनएच 707 की मरम्मत का काम करते ट्रक यूनियन के सदस्य.

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Published : Aug 18, 2020, 10:47 AM IST

पांवटा साहिब: उपमंडल के नेशनल हाईवे-707 पर भूस्खलन होने से लोडिंग वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है, जिसके चलते ट्रक यूनियन ने जिला प्रशासन को मार्ग की मरम्मत के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द सड़क को सही नहीं किया गया, तो आगामी दिनों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

गौर रहे कि सतौन उत्तरी भारत की सबसे बड़ी चूना पत्थर मंडी है, जिससे रोजाना कई दर्जन वाहन बाहरी राज्यों में पाउडर की सप्लाई के लिए यहां से गुजरते हैं. ऐसे में एनएच-707 पर भूस्खलन होने से बने गड्ढ़ों की वजह से ट्रक चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि नेशनल हाईवे विभाग द्वारा मार्ग पर जेसीबी और डोजर मशीन लगाई हैं, ताकि लैंडस्लाइड होने से मार्ग को बहाल किया जा सके. आलम ये है कि सड़क को ठीक करने के लिए ट्रक यूनियन के सदस्य खुद आगे आए हैं और मार्ग पर पड़े गड्ढ़ों को भरने का काम कर रहे हैं.

एनएच 707 की मरम्मत का काम करते ट्रक यूनियन के सदस्य.

ट्रक यूनियन के सदस्य विक्की चौहान ने बताया कि एनएच-707 पर गड्ढे होने से लोडिंग वाहन उसमें फंस जाते हैं, जिससे ट्रक चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ट्रक यूनियन ने सड़क से गड्डे भरने का काम शुरू किया है, ताकि चालकों को राहत मिल सके.

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ट्रक यूनियन के सदस्य पंकज अग्रवाल ने बताया कि सतौन स्थित चूना पत्थर मंडी से रोज कई वाहन चूना पाउडर लोड करके निकलते हैं, लेकिन मार्ग सही ना होने से चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को मार्ग की मरम्मत के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है, लेकिन अगर मार्ग ठीक नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा.

ट्रक यूनियन के प्रधान सतीश चौहान ने बताया कि नेशनल हाईवे विभाग द्वारा मार्ग तैनात की गई डोजर मशीन के चालक को 500 रुपये देकर लोडिंग वाहनों की आवाजाही करवाई जाती है, जबकि शाम के समय प्राइवेट जेसीबी मशीन को बुलाकर ट्रकों की आवाजाही करवानी पड़ती है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा इस समस्या का समाधान जल्द किया जाए, ताकि राहगीरों को राहत मिल सके.

नेशनल हाईवे विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि कच्ची ढांग पर भूस्खलन होने की संभावना बरसात के समय ज्यादा होती है, इसलिए इन दिनों दो जेसीबी मशीन मार्ग पर तैनात कर दी गई हैं.

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