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नाहन में दिखी संस्कृति की झलक, कलाकारों ने पहाड़ी सांस्कृतिक उत्सव में मचाया धमाल - कार्यक्रमों का आयोजन

नाहन में पहाड़ी सांस्कृतिक उत्सव(pahari cultural festival 2021) में विभिन्न सांस्कृतिक दलों सहित अन्य कलाकारों ने पहाड़ी संस्कृति की झलक(glimpses of pahari culture) पेश करते हुए एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियां दी.डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम(dc sirmaur ram kumar gautam) ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से रूबरू करवाते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जौनसार बाबर व सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र की संस्कृति एक जैसी है, जिसे संजोए रखने की आवश्यकता है. डीसी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाना चाहिए.

pahari cultural festival
पहाड़ी सांस्कृतिक उत्सव

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Published : Nov 27, 2021, 8:30 AM IST

Updated : Nov 27, 2021, 12:10 PM IST

नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में पहाड़ी सांस्कृतिक उत्सव 2021(pahari cultural festival in nahan) का आयोजन किया गया. आजादी का अमृत महोत्सव(amrit mahotsav program in himachal) के तहत एसएफडीए हॉल में शुक्रवार देर शाम आयोजित इस कार्यक्रम में डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम(dc sirmaur ram kumar gautam) ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. जबकि जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल(zilla parishad president seema kanyal) विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहीं.

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार(ministry of culture government of india) द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में जिला के विभिन्न सांस्कृतिक दलों सहित अन्य कलाकारों ने पहाड़ी संस्कृति की झलक(glimpses of pahari culture) पेश करते हुए एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियां दी. कार्यक्रम में कलाकारों ने लोक गीत, नृत्य व खेलटू करियाला आदि पेश कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. खासकर चकरेड़ा तलवार नृत्य समूह मशवाड़ द्वारा कुसेणु की प्रस्तुति, बाउनल सांस्कृतिक दल, जौनसारी लोक नृत्य व दीप खदराई के गायन ने पंडाल में मौजूद लोगों की खूब वाहवाही लूटी.

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मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम(dc sirmaur ram kumar gautam) ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से रूबरू करवाते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जौनसार बाबर व सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र की संस्कृति एक जैसी है, जिसे संजोए रखने की आवश्यकता है. डीसी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाना चाहिए.

कुल मिलाकर मंच पर जहां पहाड़ी सांस्कृतिक उत्सव(pahari cultural festival) में सिरमौर के हाटी व उत्तराखंड के जौनसार बाबर की संस्कृति की झलक देखने को मिली, तो वहीं कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए लोगों का खूब मनोरंजन किया.

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Last Updated : Nov 27, 2021, 12:10 PM IST

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