नाहन: मेड-इन-सिरमौर मुहिम के तहत जिला प्रशासन ने एक और पहल की है. जिसके तहत जल्द ही प्रशासन मेरा बैग-मेरा घर नाम से भी एक योजना को शुरू करने जा रहा है. मेड-इन-सिरमौर के नाम से 32 किलो का एक चलता फिरता घर प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा.
दरअसल जिला प्रशासन ने मेरा बैग-मेरी दुकान की तर्ज पर मेरा बैग-मेरा घर की एक और अनूठी पहल की शुरुआत की है. इस पहल के तहत एक पोर्टेबल बैग में ही एक चलता फिरता घर तैयार किया गया है, जो कि 20 मिनट में कहीं भी तैयार हो जाएगा. इस पोर्टेबल बैग की खास बात यह है कि वाटर प्रूफ टेंट नुमा घर में लिविंग रूम की सुविधा करवाई गई है. इसके साथ-साथ इस बैग में 2 फोल्डिंग कुर्सियां व एक टेबल भी उपलब्ध है.
इसमें सौर ऊर्जा प्लेट के माध्यम से लाइट का भी प्रबंध किया गया है. बिजली के 2 बल्बों के अलावा गर्मी के मौसम के लिए पंखे की भी व्यवस्था की गई है. साथ ही मोबाइल की चार्जिंग भी की जा सकती है. यह बैग जहां साहसिक खेल व पर्यटन गतिविधियों के लिए भी आसानी से प्रयोग में लाया जा सकता है. वहीं, आपदा काल के दौरान घर क्षतिग्रस्त होने की सूरत में पीड़ित परिवार के लिए तिरपाल में रहने की बजाए यह घर काफी मददगार साबित हो सकता है.