नाहनःश्रीगुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों की शहादत पर नाहन स्थित गुरुद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब में विशेष नगर कीर्तन का आयोजन किया गया. गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों की शहीदी को याद करते हुए उन्होंने कहा की छोटी-छोटी उम्र में ही उन्होंने अपने देश कोम के लिए शहीद होकर एक मिसाल कायम की हैं. इस अवसर पर बड़ी संख्या में संगतों ने गुरु ग्रन्थ साहिब के समक्ष शीश नवाया.
गुरुद्वारा के प्रमुख ग्रंथी भाई लक्ष्मण सिंह ने बताया कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी का शहीदी दिवस पर उन्हें नमन किया जा रहा है. महज 9 और 7 साल की उम्र में शहीद हुए साहिबजादा जोरावर सिंह और फतह सिंह ने जुल्म के आगे सिर न झुकाकर जहां बेमिसाल शूरवीरता का परिचय दिया, वहीं सूबा सरहिंद वजीर खान ने उन्हें दीवार में चिनवाकर अत्याचार की सारी हदें लांघ दी. इस घटनाक्रम को 'साका सरहिंद' के नाम से याद किया जाता है.