नाहन: विकास खंड नाहन के तहत आने वाली ग्राम पंचायत आम्बवाला-सैनवाला में जलधारा से जलागम क्षेत्र में विकास हो रहा है, जिसके तहत यहां जल संरक्षण के साथ-साथ अन्य कई तरह के काम किए जा रहे हैं.
दरअसल विश्व बैंक की मदद से एकीकृत विकास परियोजना चलाई जा रही है, जिसमें ऐसी पंचायतों का चयन किया जा रहा है, जहां पर प्राचीन जल स्रोत के साथ-साथ जंगल मौजूद है. यह परियोजना प्रदेश के 10 जिलों की 426 पंचायतों में चल रही है.
इसी परियोजना के तहत नाहन की आम्बवाला-सैनवाला पंचायत को भी चयनित किया गया है. इस परियोजना के तहत पंचायत के गलवा गांव में जहां प्राचीन जल स्रोतों को सुधारा जा रहा है. वहीं, औषधीय पौधों के साथ-साथ घास पत्ती वाले पौधों का भी रोपण किया जा रहा है.
वन विभाग इस परियोजना से सभी खेत को सिंचाई से जोड़ना चाहता है. साथ ही औषधीय पौधों के माध्यम से ग्रामीणों की आर्थिकी भी सुधारने के लिए प्रयासरत है. नाहन यूनिट के सहायक परियोजना अधिकारी काकूराम चौहान ने बताया कि विश्व बैंक की सहायता से एकीकृत विकास परियोजना में आम्बवाला-सैनवाला पंचायत का चयन किया गया है.
इसके तहत पंचायत के गांव गलवा में पानी के सोर्स को बढ़ाना मुख्य मकसद है. गांव के पास स्थित जल स्रोत के संरक्षण के लिए संबंधित क्षेत्र का चयन किया गया है, जिसके तहत 10 हैक्टेयर में पौधारोपण किया जा रहा है.