नाहन: प्रदेश सरकार द्वारा 2022 तक सभी जरूरतमंद लोगों को अपना पक्का मकान बनाने के लिए 'मुख्यमंत्री आवास योजना' शुरू की गई है, जिसके तहत लोगों को घरों के निर्माण के लिए सहायता राशि प्रदान की जा रही है. मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के परिवारों सहित गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए भी पक्के मकान बनाने के लिए सरकार सहायता कर रही है. सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के गरीब, कमजोर व निम्न आय वर्ग के आवासहीन लोगों को रहने के लिए अपना घर उपलब्ध करवाना है.
ऐसे ही गरीब, असहाय, जरूरतमंद एवं आवासहीन हीरा सिंह जो जिला सिरमौर के उपमंडल राजगढ़ के कटोली गांव के निवासी हैं, उन्हें इसका लाभ मिला है. हीरा सिंह का कहना है कि उनके घर की हालत खराब होने और छत टूट-फूट जाने के कारण बारिश का पानी अंदर आने से वह काफी परेशान थे. उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में तो जैसे-तैसे समय निकल जाता था, लेकिन सर्दी, बरसात व खराब मौसम होने पर छत का पानी अंदर आने व अधिक ठंड होने के कारण रहना भी मुश्किल हो जाता था. उन्होंने बताया कि मकान बनाने के लिए धनराशि की आवश्यकता होती है और धन के अभाव के चलते घर बनाना संभव नहीं था.
हीरा सिंह ने बताया कि, उन्हें ग्राम पंचायत प्रधान ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना (Mukhyamantri Avas Yojana in himachal ) के तहत प्रदेश सरकार द्वारा गरीब एवं जरूरतमंद आवासहीन निर्धन परिवारों को, जिनके पास रहने के लिए पक्का घर नहीं है, ऐसे मकान बनाने के लिए धनराशि उपलब्ध करवा रही है. इस योजना के बारे में पता चलने पर उन्होंने मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास बनाने के लिए सहायता राशि उपलब्ध करवाने के लिए पंचायत में आवेदन दिया, जिस पर ग्राम पंचायत द्वारा उनकी आवास की जरूरत को देखते हुए आवेदन को अनुमोदित करने के बाद स्वीकृति के लिए खंड विकास अधिकारी कार्यालय राजगढ़ भेजा गया. इसके बाद विभाग द्वारा मकान निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा मकान निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करने के अलावा 95 दिनों तक मनरेगा (MGNREGA laborers in Himachal) में काम भी मिलता है.