नाहन: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से राहत के खबर है. वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्त होने वाला सिरमौर प्रदेश में पहला जिला बन गया है. यानी वर्तमान में जिले में अब एक भी मामला नहीं है. करीब 19 महीने के लंबे समय के बाद यह पहला मौका है जब जिले में कोरोना पॉजिटिव का एक भी मामला नहीं है, लेकिन अभी भी खतरा टला नहीं है. अभी तक जिले में फुल वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है. जिसके कारण अभी भी कोरोना का खतरा लगातार बना हुआ है.
दरअसल सिरमौर जिले में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 9 अप्रैल 2020 में उस समय सामने आया था, जब पांवटा साहिब के लौहगढ़ में तब्लीगी जमात से लौटे व्यक्ति को कोविड पॉजिटिव पाया गया था. इसके बाद लगातार मामलों का सिलसिला जारी रहा. बीती रात सोमवार को दो मरीजों के रिकवर होने के बाद अब जिले में सक्रिय मामलों की संख्या शून्य हो गई. दूसरी तरफ जिले में संक्रमण से बचाव के मद्देनजर कोविड-19 का कार्य भी जोरों पर चल रहा है.
मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जिले के सीएमओ डॉ. संजीव सहगल ने बताया कि दो संक्रमित मरीज बीती रात रिकवर हो चुके हैं, जिसके बाद अब जिले में एक्टिव मामलों की संख्या शून्य हो गई है. उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के कार्य की भी सराहना की.
सीएमओ ने बताया कि जिले में वैक्सीनेशन की पहली डोज का कार्य शत-प्रतिशत पहले ही पूरा किया जा चुका है, जबकि दूसरी डोज के तहत 45% वैक्सीनेशन की जा चुकी है और नवंबर माह तक दूसरी डोज के शत-प्रतिशत कार्य को भी पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने लोगों से कोविड-19 प्रोटोकॉल की भी सख्ती से पालना का आग्रह किया है. बता दें कि दूसरी लहर के दौरान सिरमौर में संक्रमितों का आंकड़ा समूचे प्रदेश में सबसे ऊपर भी आ गया था. ये साफ जाहिर है कि हिमाचल में कोविड मुक्त होने वाला सिरमौर पहला जिला बन गया है.
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