हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / city

द ग्रेट खली की नाराजगी: शिलाई क्षेत्र में विकास कार्यों की रफ्तार धीमी, सरकार से की ये मांग - Former international wrestler Khali

पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई अंतरराष्ट्रीय रेसलर दलीप सिंह राणा ने अपने शिलाई क्षेत्र में विकास की धीमी रफ्तार को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा जब भी मैं गांव आता हूं मुझे भी पानी सहित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने सरकारों से इस दिशा में कदम उठाने की बात कही.

Khali angry over development work in Shilai region
द ग्रेट खली

By

Published : Jul 16, 2020, 8:33 PM IST

नाहन:पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूई अंतरराष्ट्रीय रेसलर दलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली ने अपने गृह क्षेत्र शिलाई में विकास को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने विकास की दृष्टि से अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र शिलाई की अनदेखी पर नाराजगी जाहिर की. इन दिनों ग्रेट खली अपने पैतृक गांव धीराइना गांव आए हुए थे. लौटते समय पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए खली ने विधानसभा क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं का जिक्र कर नाराजगी बताई. साथ ही सरकार से विकास कामों को तेजी से करने की मांग की.

पानी का सामान मुझे भी करना पड़ता

खली ने सड़क, पानी, स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर नाराजगी जताई. खली ने कहा कि बरसों बाद भी उनका निर्वाचन क्षेत्र बेहद पिछड़े इलाकों में शुमार ही है. जितना विकास यहां होना चाहिए था, वह नहीं हुआ. आज क्षेत्र में सड़कों की खस्ताहालत किसी से छिपी नहीं है. पानी की समस्या पूरे शिलाई इलाके में बहुत ज्यादा है. यह एक बड़ी समस्या है. जब भी वह घर आते हैं, तो उन्हें भी इन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

वीडियो.

आवाज उठाने का अधिकार

खली ने कहा कि हम स्वतंत्र देश के नागरिक हैं. लिहाजा अपनी आवाज उठाने का सबको अधिकार है. यदि उनकी बात किसी को बुरी लगे तो वह इसमें कुछ नहीं कर सकते. खली ने कहा कि आज शिलाई विधानसभा क्षेत्र विकास की दृष्टि से बहुत पीछे रह गया. बहुत से लोगों ने तो यहां सड़के ही नहीं देखी. हालात देखकर पता चलता है कि आज हम किस सदी में जी रहे हैं.

कांग्रेस-भाजपा ने की अनदेखी

इस दौरान ग्रेट खली ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर ही शिलाई विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में न केवल शिलाई बल्कि पूरा सिरमौर जिला काफी पिछड़ा रह गया. लोगों को भारी राज्यों में इलाज के लिए जाना पड़ रहा है. शिक्षा में भी क्षेत्र काफी पीछे है. कम से कम शिक्षा के प्रति तो सुविधाएं मिलनी चाहिए. स्कूलों में अध्यापकों की कमी है. स्वास्थ्य संस्थानों में भी कोई सुविधाएं नहीं है. साथ ही कहा जब भी उन्हें लगेगा कि गलत हो रहा है, वह अपनी आवाज इसी तरह उठाते रहेंगे.

ये भी पढ़ें :'जल जीवन मिशन' के तहत हर घर को मिलेगी नल सुविधा, अभी इतने लोग उठा रहे लाभ

ABOUT THE AUTHOR

...view details