नाहन: हिमाचल प्रदेश में वन कर्मियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर प्रदेश में वन रक्षक जंगलों में निहत्थे ही ड्यूटी देने को विवश है. ऐसे में वन कर्मियों की सुरक्षा भी दांव पर लगी है. लिहाजा वन रक्षकों ने प्रदेश सरकार से उन्हें हथियार उपलब्ध करवाने की गुहार लगाई है, क्योंकि कई बार माफियाओं द्वारा वन कर्मियों पर हमले करने के भी मामले सामने आ चुके है.
दरअसल फॉरेस्ट वेलफेयर एसोसिएशन जिला सिरमौर की एक बैठक रविवार को नाहन में आयोजित हुई. इस बैठक में वन कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई. वन कर्मियों ने सरकार से न केवल वन रक्षकों को हथियार उपलब्ध करवाने की मांग की बल्कि अन्य समस्याओं पर भी चर्चा करते हुए उनके समाधान की गुहार लगाई.
फॉरेस्ट वेलफेयर एसोसिएशन नाहन वन वृत के (Forest Welfare Association meeting in Nahan) महासचिव तपेंद्र ठाकुर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वनरक्षक फील्ड में निहत्थे कार्य करने को मजबूर है. आए दिन अवैध खनन माफिया व वन माफियों द्वारा वन रक्षकों पर हमले करने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वन कर्मचारियों को भी हथियार उपलब्ध करवाएं जाए.
इसके अलावा बैठक में मांग की गई कि (Forest Welfare Association Sirmaur) स्वास्थ व पुलिस कर्मचारियों की तर्ज पर बढ़े हुए भत्ते वन कर्मचारियों को भी दिए जाएं. यही नहीं इस दौरान बैठक में फॉरेस्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने एनपीएस बहाली की मांग को लेकर पुरजोर मांग उठाई. इसके अलावा बैठक में प्रदेश सरकार से वेतन विसंगतियों को भी दूर करने सहित अन्य मांगों को भी उठाया गया.
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