पांवटा साहिब: कोरोना काल में लोगों के काम-काज ठप पड़े हुए हैं और रोजी-रोटी का संकट मंडरा रहा है. ऐसे में पहाड़ी क्षेत्रों में किसानों के लिए आधुनिक खेती वरदान साबित हो रही है. दरअसल जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के तहत आने वाले कई गांवों में टमाटर और लहसुन की खूब पैदावार हो रही है, जिससे किसानों को मंडी में उत्पाद के अच्छे दाम मिल रहे हैं.
बता दें कि गिरिपार क्षेत्र के कफोटा, पाब, टिम्बी, स्यारी, अशयारी, रागुवा, मातला,कांडो और कोटगा पंचायतों में टमाटर व लहसुन और फ्रास्बीन की पैदावार से किसानों को मंडी में अपने उत्पाद के अच्छे दाम मिल रहे हैं. पिछले साल टमाटर 400 रुपये प्रति क्रेट बिक रहा था, जबकि इस बार 800 से लेकर एक हजार रुपये प्रति क्रेट बिक रहा है.
साथ ही पिछली साल लहसुन 100 रुपये प्रति किलो बिका रहा था, जबकि इस बार साउथ की मंडियों में लहसुन 150 रुपये किलो बिक रहा है. इसके अलावा पिछली साल फ्रास्बीन मंडियों में 15 रुपये किलो बिका रही थी, जबकि इस बार हरियाणा, सोनीपत और दिल्ली की मंडियों में 25 रुपये किलो बिक रही है. वहीं, इस बार गिरिपार क्षेत्र में सैकड़ों किसान ऐसे हैं, जिन्होंने लॉकडाउन के बाद बंजर पड़ी खेतों में ये फसल उगाई है.
स्थानीय निवासी जगदीश तोमर ने बताया कि इस बार टमाटर और लहसुन की खेती से किसान मालामाल हुए हैं, क्योंकि रोजाना दर्जनों गाड़ियां टमाटर और लहसुन को देश के विभिन्न राज्यों तक पहुंचा रही हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते बाहरी राज्यों की मंडियों तक फसलें नहीं पहुंच पा रही थी, जिससे अधिकांश व्यावसायिक गतिविधियां ठप हो गई थी, लेकिन अब मंडियों तक उत्पाद पहुंचने से किसान खुश हैं.