नाहन: एक ओर सरकार शिखर की ओर हिमाचल के पहुंचने के दावे करती नहीं थक रही, वहीं आज भी प्रदेश में ऐसे हालात है, जहां ग्रामीण सड़क सुविधा के लिए तरस रहे हैं.
दरअसल सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो सामने आ रहा है जिसे देखकर लोग हैरान हैं. जहां पूरे देश में 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और सरकारों के मंत्री विकास के कसीदे पढ़ रहे हैं, तो वहीं, सिरमौर जिला में एक अलग ही तस्वीर देखने को मिल रही है. सिरमौर के धारटीधार क्षेत्र की छछेती पंचायत का क्यारी गांव आजादी के इतने वर्षों बाद भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहा है.
बता दें कि हाल ही में धारटीधार में हुए सड़क हादसे में मौत का शिकार हुए निजी बस चालक का शव पोस्टमार्टम के बाद लकड़ी से बांधकर गिरी नदी से होते हुए क्यारी गांव पहुंचाया गया. इसके लिए ग्रामीणों को कई मर्तबा गिरी नदी पार करनी पड़ी. बता दें कि इस समय गिरी नदी उफान पर है जिसके कारण ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
ये वीडियो हाल ही में 14 अगस्त का है, जब बस हादसे के चालक के शव का पोस्टमार्टम के बाद उसके घर क्यारी गांव ले जाया जा रहा था. बता दें कि क्यारी गांव में पैदल चलने वाले रास्ते भी सही नहीं है, सड़क तो दूर की बात. उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका नहीं हैं, बल्कि इससे पहले भी कई जगहों से मरीजों को ढोते हुए इसी तरह के वीडियो सामने आते रहे हैं.
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