नाहन:दलित शोषण मुक्ति मंच सिरमौर का एक अधिवेशन रविवार को ददाहू में आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के जिला संयोजक आशीष कुमार ने की. इस अधिवेशन में 13 पंचायतों (Dalit Shoshan Mukti Manch Sirmaur ) के लोगों ने हिस्से लिया. अधिवेशन में इन दिनों प्रदेश में चल रहे दलित वर्ग के अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर किए जा रहे दुष्प्रचार पर गंभीर रूप से चर्चा की गई.
मीडिया से बात करते हुए जिला संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि आज प्रदेश में दलित विरोधी माहौल बनाया जा रहा है, जिससे जिला सिरमौर भी अछूता नहीं रहा है. उन्होंने बताया कि रविवार को दलितों के मुद्दों पर अधिवेशन में विस्तार से गंभीर रूप से चर्चा की गई है, जिसमें शामलात भूमि का मुद्दा भी शामिल है. उन्होंने कहा कि शामलात भूमि में दलित वर्ग (shamlat land issue in sirmaur) की हिस्सदारी नहीं है. जबकि यह शामलात भूमि बड़े-बड़े लोग जोकि पहले ही भूस्वामी थे, उन्हें ही वापस हुई है.
आशीष कुमार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सवर्ण आयोग के नाम पर दलितों के अधिकारों पर हमले हो रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि सरकार में प्रदेश में सवर्ण आयोग का गठन कर दलित समुदाय के अधिकारों को छीनने की कोशिश की गई, तो प्रदेश सहित जिला सिरमौर में भी आने वाले समय में (Dalit organization on samanya varg aayog) महाआंदोलन किया जाएगा.
उन्होंने आरोप लगाया कि एससी एसटी कम्पोनेंट प्लान (SC ST component plan Himachal) का भी दुरपयोग किया जा रहा है. उन्होंने चेताया कि यदि इस मामले में सरकार ने जल्द उचित कदम नहीं उठाए, तो शामलात भूमि पर दलित वर्ग की हिस्सेदारी के लिए मंच प्रदेश सहित जिला में आंदोलन करने को मजबूर होगा. इस आंदोलन के तहत यदि सरकार व संबंधित विधायकों का चुनाव में बहिष्कार किया जाएगा. इस दौरान अधिवेशन में 26 सदस्यों की कमेटी भी चुनी गई है.
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