राजगढ़: ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने यशवंत नगर के समीप कोटला बड़ोग में गौ अभ्यारण्य का निरीक्षण किया. इस दौरान प्रदेश के सबसे बड़े गौ अभ्यारण्य कोटला बड़ोग को एक आदर्श गौसदन के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के लिए उपयुक्त वातावरण एवं सुविधा उपलब्ध हो सके.
ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कोटला-बड़ोग में इस गौ सदन के लिए 109 बीघा भूमि उपलब्ध है और यह स्थल गौ सदन के लिए सबसे उपयुक्त है. इस पर गौवशं एक खुले वातावरण में विचरण कर सकते हैं. इस गौ सदन में पांच सौ से अधिक पशुओं को रखने की क्षमता होगी. उन्होंने कहा कि काऊ सैंचुरी को चारों ओर से तारबाड़ लगाकर कवर किया जाएगा ताकि यहां रहने वाले पशु स्थानीय लोगों की फसल को नुकसान न पहुंचा सकें.
इसके अतिरिक्त समूचे अभयारण्य क्षेत्र में जलवायु के आधार पर ऐसे पौधों का रोपण किया जाएगा जो पशुओं के चारा के लिए भी उपयोग हो सके. वीरेंद्र कवर ने कहा कि प्रदेश सरकार गौवंश के संवर्धन और सरंक्षण के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन लोगों को भी गौवंश के प्रति सकारात्मक नजरिया अपनाकर सड़क पर बेसहारा छोड़ने की आदत को छोड़ना होगा.
पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पशु पालन विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में सभी मवेशियों को टैग लगा दिए हैं लेकिन कुछ लोग पशुओं के कान से टैग निकालकर उन्हें सड़क पर भटकने को छोड़ देते हैं. यह पशु लोगों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. अनेकों बार सड़कों पर विचरने के दौरान पशु दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं.
वीरेंद्र कंवर ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौसदन में रखे मवेशियों के स्वास्थ्य की समय समय पर जांच की जाए और अस्वस्थ पशुओं का उपचार किया जाए. इससे पहले उन्होंने यशवंत नगर गौडा सड़क पर गिरी नदी के किनारे जन सहयोग से हरिओम गौ शाला का भी दौरा किया. इस गौशाला में लगभग सौ से अधिक बेसहारा गौवंश को पाला जा रहा है.