नाहनः उत्तराखंड व हरियाणा राज्यों के साथ सटे जिला सिरमौर में भी कोरोना की दूसरी लहर का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. केवल अप्रैल माह में ही जिले में कोरोना बेलगाम हो चुका है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में कोरोना मरीजों की दर वर्तमान में काफी ज्यादा बढ़ चुकी है. साथ-साथ संक्रमण से मृत्यु दर में भी वृद्धि हुई है. वहीं, संक्रमण के लगातार मामले आने के बाद रिकवरी रेट भी गिरा है, जोकि जिला प्रशासन की चिंताएं बढ़ा रहा है.
एक्टिव केस की संख्या बढ़ी, रिकवरी रेट में कमी
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने कहा कि जिला में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. पहले जिले में मरीजों का पॉजीटिव रेट साढ़े 4 प्रतिशत होता था, अब वह साढ़े 5 प्रतिशत हो चुका है. यदि केवल इसी माह अप्रैल की बात करें तो सिरमौर जिले में मरीजों का पॉजिटिव रेट 13 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है. डीसी ने कहा कि जहां जिले में एक्टिव केस की संख्या बढ़ी है, तो पॉजीविटी रेट भी बढ़ा है. यही नहीं मृत्यु दर में भी वृद्धि हुई है, जबकि रिकवरी रेट में कमी आई है.
स्प्रैड का खतरा
डीसी ने बताया कि अप्रैल माह के पहले सप्ताह में जिला की 259 पंचायतों में से 211 पंचायतें ऐसी थी, जहां पर कोविड का कोई भी मामला नहीं था और दूसरे सप्ताह में यह आंकड़ा घटकर 189 पंचायतों तक रह गया. वर्तमान में 176 ऐसी पंचायतें हैं, जहां पर कोविड का एक भी केस नहीं है. इसका मतलब यह है कि कम्यूनिटी स्प्रैड भी बढ़ता जा रहा है. डीसी ने कहा कि जिन पंचायतों में कोरोना का एक भी मामला नहीं हैं, उन्हें भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेना होगा. सार्वजनिक समारोह सारे बंद करने पड़ेंगे.