नाहन: प्रदेश सहित जिला सिरमौर में भी इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. पहाड़ी क्षेत्रों सहित मैदानी इलाकों में बारिश न होने की वजह से हालात खराब होते दिख रहे हैं. गर्मी से जहां पहाड़ तप रहे हैं, तो वहीं फसलों पर भी इसका विपरीत असर पड़ रहा है. ऐसे में सिरमौर जिला कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाजरी जारी की है. सिरमौर जिला कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि जिला सिरमौर में 23 से 24 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्की की फसल (maize crop in sirmaur) होती है. इस वर्ष किसानों को करीब 1200 क्विंटल मक्की का हाइब्रिड बीज अनुदान पर दिया गया है. इसके अलावा 500 क्विंटल के करीब बीज बाजरा चारे के रूप में बीज भी किसानों को दिया है.
Agriculture Department Sirmaur: तप रहे पहाड़, फसलों पर पड़ रहा विपरीत असर, कृषि विभाग सिरमौर ने जारी की किसानों के लिए एडवाजरी
पहाड़ी क्षेत्रों सहित मैदानी इलाकों में बारिश न होने (Agriculture Department Sirmaur) की वजह से हालात खराब होते दिख रहे हैं. गर्मी से जहां पहाड़ तप (Monsoon in Himachal) रहे हैं, तो वहीं फसलों पर भी इसका विपरीत असर पड़ रहा है. ऐसे में सिरमौर जिला कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाजरी जारी की है.
उन्होंने बताया कि इस समय जैसे तेजी से तापमान बढ़ रहा है और मानसून आने में देरी हो रही है. इस समय मक्की के साथ-साथ बाजरा जैसी चारा फसलें भी लगी हुई है. ऐसे में किसानों को अपने खेतों में फसलों के लिए मल्चिंग की जरूरत है और खेतों में नमी बनाए रखने की आवश्यकता है. उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि संबंधित फसलों को बचाने के लिए मल्चिंग, निराई, गुड़ाई करनी जरूरी है. सिंचित क्षेत्र में नमी हेतु सिंचाई और जहां सिंचाई सुविधा कम हैं, वहां पर अच्छादन से नमी को बचाया जा सकता है. साथ ही मक्की के साथ एक-दो इंटर क्रॉप यानी दाल आदि की अन्य फसलें भी लगाएं.
कृषि उपनिदेशक ने यह भी कहा कि किसानों (Monsoon in Himachal) को इससे संबंधित कोई भी दिक्कत (Agriculture Department Sirmaur) आ रही है, तो वह अधिक जानकारी के लिए विभाग से संपर्क कर सकता है. साथ ही उम्मीद है कि 15 जून के बाद मानसून दस्तक देगा, तब किसानों को इस तरह की दिक्कत नहीं आएगी, लेकिन तब तक किसान पूरी सावधानी बरतें.