मंडी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जल की प्रत्येक बूंद के संचयन का संदेश शनिवार को मंडी जिला के हर एक गांव पहुंचाया गया है. जिलेभर में विशेष ग्राम सभाएं आयोजित कर जल संग्रहण के महत्व और ग्रामस्तर पर इसके लिए कदम उठाने के आग्रह वाला प्रधानमंत्री मोदी का पत्र पढ़ा गया.
मंडी उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि 22 जून को जिले की सभी 469 पंचायतों में ग्रामसभाओं का आयोजन कर प्रधानमंत्री का पत्र पढ़ा गया. साथ ही जिला प्रशासन जल संग्रहण पर विशेष ध्यान देते हुए वर्षा जल संग्रहण के लिए व्यापक योजना बनाने व सही तरीके से लागू करने में लगा हुआ है. उन्होंने बताया कि ग्रामसभाओं में नालों पर चेक डैम बनाने, खेतों में मेढ़ बंदी, जलाशय और घरों में जल संग्रहण टैंक बनाकर वर्षा के जल के संग्रहण के लिए व्यापक योजना को लेकर विचार किया गया है.
पीएम मोदी का जल संरक्षण पत्र पढ़ते लोग. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री ने पत्र में ग्रामीणस्तर पर जल की हर एक बूंद का संचयन करके अपने परिवेश को और बेहतर बनाने का आह्वान करते हुए लिखा है कि बरसात का मौसम आरंभ होते ही हमें ऐसे इंतजाम करने हैं कि बारिश के पानी का हम ज्यादा से ज्यादा संचयन कर सकें. ऐसे में खेतों की मेढ़ बंदी, नदियों और धाराओं में चेक डैम का निर्माण और तटबंधी, तालाबों की खुदाई व सफाई, पौधारोपण, वर्षा जल के संचयन के लिए टैंक, जलाशय आदि का बड़ी संख्या में निर्माण करें, ताकि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में ही संचयित किया जा सके. अगर हम ऐसा कर पाए तो न केवल पैदावार बढ़ेगी, बल्कि हमारे पास जल का बड़ा भंडार भी होगा, जिसका हम अपने गांव के कई कार्यों में सदुपयोग कर पाएंगे. उन्होंने पत्र में पानी बचाने के अभियान को भी स्वच्छता अभियान की तरह जनांदोलन बनाने का आग्रह करते हुए सभी से नए भारत के निर्माण में योगदान की अपील की है.