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Viral Video: अधिकारी न मिलने पर नेताजी का पारा पहुंचा सातवें आसमान, फोन पर कर्मचारी को देने लगे धमकी

धर्मपुर उपमंडल के कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर का लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी को फोन पर धमकाते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में फोन पर चिल्‍ला-चिल्‍ला कर अधिकारी को धमकी भरे अंदाज में उक्‍त नेता राजनीतिक पार्टी से न टकराने की बात कह रहे हैं.

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Published : Aug 29, 2019, 2:13 PM IST

मंडी: जिला के धर्मपुर उपमंडल के कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर का लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को फोन पर धमकाते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो से स्पष्ट पता चल रहा है कि नेताजी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया था और उन्होंने अधिकारी पर भड़ास निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

दरअसल धर्मपुर क्षेत्र के कुछ टेंडर लोक निर्माण विभाग के माध्‍यम से आमंत्रित किए गए थे, जिनकी आखिरी तारीख 23 अगस्‍त थी, लेकिन कुछ ठेकेदार पिछले 26 अगस्‍त को कार्यालय पहुंचे और टेंडर फॉर्म भरने की मांग की. अधिशाषी अभियंता धर्मपुर जेपी नायक कार्यालय में मौजूद नहीं थे, जिस पर नेता जी ने उन्हें कार्यालय में लगे सरकारी फोन से कॉल करके धमकाते हुए कहा कि अगर हम अपनी पर आए तो आपके बीवी बच्‍चे भूखे मर जाएंगे. हम चाहेंगे तो आपका दफ्तर भी नहीं चलने देंगे. वहीं, आरोप है कि कुछ ठेकेदारों ने फॉर्म न मिलने पर कार्यालय में रखी टेंडर पेटी को नुकसान पहुंचाया है.

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वीडियो में फोन पर चिल्‍ला-चिल्‍ला कर अधिकारी को धमकी भरे अंदाज में उक्‍त नेता राजनीतिक पार्टी से न टकराने की बात कह रहे हैं. इसके अलावा चंद्रशेखर फोन पर यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि अगर उनके पास स्पीकर फोन होता तो वह सभी को अधिकारी की बातें सुनाते.

धर्मपुर से कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर का कहना है कि लोक निर्माण विभाग धर्मपुर का कार्यालय नियमों से परे चल रहा है और यहां चहेतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. चंद्रशेखर ने माना कि उन्होंने अधिकारी से उंची आवाज में बात की है, लेकिन उन्होंने अधिकारी के व्यवहार को दोषी ठहराया है. उन्होंने बताया कि अधिकारी जिस लहजे में बात कर रहा था वो सहनीय नहीं था, जिससे उन्हें गुस्सा आ गया.

उधर लोक निर्माण धर्मपुर के अधिशाषी अभियंता जेपी नायक का कहना है कि उन्होंने नेताजी के साथ कोई बदतमीजी नहीं की है. वो फोन पर उन्हें सारी बात समझा रहे थे और ये निवेदन कर रहे थे कि अपनी बात को लिखित रुप से कार्यालय में छोड़ दें. उन्होंने बताया कि कार्यालय में सारे काम निष्पक्ष भाव से किए जा रहे हैं और सरकारी योजनाओं को सही ढंग से धरातल पर उतारा जा रहा है.

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