सुंदरनगर: सुकेत टिप्पर ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन (Suket Tipper Operator Welfare Association) की बैठक रविवार को धनोटू ट्रक यूनियन परिसर (Dhanotu Truck Union Complex) में आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता यूनियन के वरिष्ठ सदस्य राजेंद्र भंडारी ने की. इस मौके पर क्रशर संचालकों द्वारा रेत व बजरी को बिना एम फॉर्म लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया गया. टिप्पर ऑपरेटरों (Tipper Operators in Sundernagar) ने कहा कि रेत व बजरी की खरीद की राशि का भुगतान करने पर भी उन्हें एम फॉर्म नहीं दिए जा रहे हैं.
ऑपरेटरों का कहना है कि एम फॉर्म नहीं होने के कारण सरकारी विभागों को वह सामान की सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं और पुलिस भी बिना एम फॉर्म के सड़क पर वाहन चलाने पर मोटी जुर्माना राशि लगा रही है. जिसके कारण टिप्पर चालकों की कमर टूट गई है. टिप्पर ऑपरेटर (महेश कुमार, बिंदर कुमार, सुंदर लाल, वरुण ठाकुर, मुनी लाल, महेंद्र राणा, कृष्ण चंद, अमर सिंह, दिनेश कुमार, पंकज कुमार व अजय कुमार) का कहना है कि बिना एम फॉर्म एक तरफ जहां वाहनों के चालान हो रहे हैं, वहीं ठेकेदारों को सरकारी विभाग से भुगतान नहीं मिल पा रही.
उन्होंने कहा कि पंचायतों को दिए गए सामान के बिल भी पास नहीं हो पा रहे. ऑपरेटरों ने सरकार से मांग की है कि वह सुनिश्चित करे कि हर क्रशर मालिक रेत-बजरी की खरीद पर एम फॉर्म जारी करें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए. ऑपरेटरों ने खनन विभाग (Mining Department in Mandi) पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है, जो प्रदेश सरकार को एम फॉर्म से मिलने वाले राजस्व के हो रहे नुकसान पर भी चुप्पी साधे बैठा है.