मंडीः जिला में गुटकर से पंडोह तक फोरलेन बनाने का काम कर रही केएमसी कंपनी रोजगार के नाम पर स्थानीय ठेकेदारों और लोगों का शोषण कर रही है. ये बात हिमाचल प्रदेश फोरलेन एसोसिएशन यूनियन के अध्यक्ष जितेंद्र चंदेल ने कही है .
उन्होंने कहा कि पहले हर व्यक्ति चाहे वो मजदूर हो या ठेकेदार सभी को उसके काम के दसवें हिस्से का भुगतान होता रहा है, लेकिन इस बार जिन ठेकेदारों का काम 6 माह से फाइनल हो गया है. कंपनी उनका भी भुगतान नहीं कर रही है. वहीं, कंपनी का कहना कि एनएचएआई से उनको पेमेंट नहीं हुआ है. जब होगा तो लोगों को भुगतान एक मुश्त कर दिया जाएगा.