सुंदरनगर/मंडीः जिला में विशेष बच्चों के स्कूल साकार में पढ़ाई कर रहे बच्चों की ओर से दीपावली के लिए स्वदेशी दीए बनाए जा रहे हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील को साकार करने के लिए इन विशेष बच्चों के लिए क्षेत्र के कुम्हारों से कच्चा माल लेकर उसे सजावट कर तैयार किया जा रहा है.
इसके लिए हर दिन स्कूल के वोकेशनल विंग के विशेष बच्चे और शिक्षक काम कर रहे हैं. बता दें कि सुंदरनगर के डोडवां स्थित साकार स्कूल के विशेष बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संस्थान निरंतर प्रयासरत है.
शारिरिक कमियों के बावजूद अब बच्चे धीरे-धीरे आत्मनिर्भर होने लग गए हैं. पिछले 12 साल से लगातार संस्थान के चल रहे प्रशिक्षण से बच्चों को जीने की कला के साथ-साथ परिवार की रोजी-रोटी के लिए कई प्रोजेक्ट शुरू करवाए गए हैं.
प्रोजेक्ट के तहत बच्चों की ओर से रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजें तैयार की जा रही हैं, जिन्हें सुंदरनगर के सिनेमा चौक पर मौजूद साकार शौपी और ऑनलाइन माध्यम से बेचा जाता है.
वहीं, इन उत्पादों से मिलने वाली धनराशि से इन विशेष बच्चों के लिए सुविधाएं मुहैया करवाने में खर्च किया जाता है. छात्र पुनीत ने बताया कि वह स्कूल में दिवाली के लिए दीए और मोमबत्तियां बना रहे हैं, ताकि वह खुद पर आत्मनिर्भर हो सकें. साथ ही इन प्रोडक्ट को बाजारों में बेच सकें.
स्कूल के शिक्षक खेमराज ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विशेष बच्चे स्कूल में दीए और कैंडल्स बना रहे हैं और यह दीवाली के त्यौहार पर बाजारों में बेचे जाएंगे. उन्होंने कहा कि जो भी इन प्रोडक्ट को बेचने के बाद आमदनी होगी बच्चों की शिक्षा पर खर्च की जाएगी.
वहीं, साकार सोसाइटी के सदस्य सुनील ने बताया कि स्कूल के वोकेशनल विंग ने बच्चों से दीपावली के त्यौहार पर दिए और कैंडल्स तैयार करवाया गए हैं. उन्होंने कहा कि यह बाजारों में बेचे जाएंगे और इसकी आमदनी स्कूल के खर्चे पर इस्तेमाल की जाएगी. उन्होंने आम जनता से बच्चों की ओर से बनाए गए दिए और कैंडल्स को खरीदने की अपील की है.