मंडी: करसोग में स्कूल भवन के निर्माण को लेकर लोगों ने अनूठी पहल की है. यहां कम बजट होने के बाद भी स्कूल प्रबंधन समिति सरकोल ने छात्रों के हित को देखते हुए भवन के निर्माण कार्य को मात्र एक माह में पूरा कर दिखाया है. धन की कमी के बावजूद स्कूल प्रबंधन समिति (School Management Committee Sarkol) ने खुद श्रमदान करके अधूरे पड़े भवन के कार्य को तय समय से पहले पूरा कर समाज के लिए भी उदाहरण पेश किया है.
राजकीय प्राथमिक पाठशाला सरकोल की SMC ने खुद श्रमदान करके पूरा किया स्कूल भवन का निर्माण, SDM ने किया सम्मानित
राजकीय प्राथमिक पाठशाला सरकोल के (Government primary school Sarkol) भवन निर्माण कार्य को धन की कमी के बावजूद स्कूल प्रबंधन समिति ने खुद श्रमदान करके तय समय से पहले पूरा कर समाज के लिए भी उदाहरण पेश किया है. एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि स्कूल प्रबंधन समिति सरकोल ने तय समय से पहले भवन का कार्य पूरा कर प्रशंसनीय कार्य किया है. स्कूल में छात्रों के बैठने के लिए भी अच्छी व्यवस्था की गई है.
ऐसे में आम जनता स्कूल प्रबन्धन समिति सरकोल के (School Management Committee Sarkol) प्रयासों की सरहाना कर रही है. वहीं, एसडीएम ने भी पीठ थपथपाते हुए इस प्रशंसनीय कार्य के लिए स्कूल प्रबंधन समिति को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया है. बता दें कि करसोग मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर राजकीय प्राथमिक पाठशाला सरकोल का पुराना भवन जर्जर हालत में होने की वजह से असुरक्षित घोषित करने के बाद 2019 में गिरा दिया गया था. इसकी जगह शिक्षा विभाग ने नए स्कूल भवन के निर्माण के लिए फरवरी 2020 में नींव रखी थी, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी स्कूल के निर्माण कार्य को पूरा नहीं किया गया.
जिस कारण स्कूल में पढ़ाई कर रहे नौनिहाल खुले (Government primary school Sarkol) आसमान के नीचे पढ़ाई करने को मजबूर थे. ऐसे में मामला प्रशासन के ध्यान में आया और एसडीएम सन्नी शर्मा ने संज्ञान लेते हुए स्कूल का निरीक्षण किया. इस दौरान स्कूल प्रबंधन समिति को तय समय में भवन का निर्माण कार्य पूरा करने के आदेश जारी किए थे. एसएमसी ने भी आदेशों की अनुपालना करते हुए निर्धारित समय अवधि से पहले भवन के निर्माण कार्य को पूरा किया. एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि स्कूल प्रबंधन समिति सरकोल ने तय समय से पहले भवन का कार्य पूरा कर प्रशंसनीय कार्य किया है. स्कूल में छात्रों के बैठने के लिए भी अच्छी व्यवस्था की गई है. इसके लिए स्कूल प्रबंधन समिति को प्रशस्ति-पत्र देकर किया सम्मानित किया गया है.