मंडी:जिला सर्व देवता समिति ने देव संस्कृति संरक्षण व संवर्धन समिति का खंडन किया है. इसके साथ ही समिति ने कुछ लोगों पर देव समाज को बांटने का आरोप लगाया है.सर्व देवता समिति जिला मंडी की आम सभा में कारदारों ने ध्वनि मत से इस प्रकार की किसी भी समिति का खंडन किया. इसके साथ ही जिला प्रशासन से देव संरक्षण व संवर्धन समिति के किसी भी प्रकार के प्रस्ताव को खरिज करने की मांग भी उठाई है.
सर्व देवता समिति जिला मंडी के बीते 10 वर्षों से प्रधान शिवपाल शर्मा ने बताया कि सर्व देवता समिति सन 1984 से देव समाज को लेकर कार्य कर रही है. इसके साथ ही समिति वर्षों से सरकार व प्रशासन की चलाई जा रही विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों को भी समाज के हर वर्ग तक पहुंचा रही है.
वहीं, कुछ लोग एक अन्य संस्था बनाकर कारदारों को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं. समिति ने जिला प्रशासन से ऐसी समितियों को निरस्त करने की मांग भी उठाई है. अंतरराष्ट्रीय शिवारात्री महोत्सव में सुकेत के देवी देवताओं के आने के भ्रम को लेकर भी समिति ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक देव सदन का निर्माण नहीं हो जाता तब तक देवताओं के ठहरने में दिक्कतें पेश आती हैं. उन्होने बताया कि सुकेत के प्रमुख देवताओं को छोड़ कर बाकि देवतओं के आने पर अभी संशय बना हुआ है.
मंडी के अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में देवी-देवताओं की उचित व्यवस्था के लिए सर्व देवता समिति ने सरकार से अतिरिक्त धन की मांग उठाई है. समिति की मांग है कि देवता काफी दूर से पैदल सफर कर मंडी शिवरात्रि महोत्सव के कार्य को पूर्ण करने व मेले की शोभा बढ़ाने आते हैं. ऐसे में देवतओं के नजराने में 20 प्रतिशत की वृद्धि की मांग देव समाज ने की है. इसके साथ ही मेले के लिए हुई कमाई में से देवताओं व देवलुओं के लिए एक से डेढ़ करोड़ धन देने की मांग की है.
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