मंडी:भारत सरकार के द्वारा किसानों के लिए चलाई गई किसान सम्मान निधि का लाभ उन किसानों को नहीं मिलेगा जो 31 जुलाई तक ई केवाईसी नहीं करवाएंगे. मंडी जिले में भी करीब 65 प्रतिशत किसानों ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी नहीं करवाई है. जिन्हें आने वाले समय में सरकार से वार्षिक तौर पर मिलने वाली 6 हजार रुपये की मदद नहीं मिलेगी. इसके लिए अब जिला प्रशासन मंडी ने सभी एसडीएम और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आने वाले दस दिनों में मिशन मोड चलाकर जिला मंडी के सभी पात्र किसानों की ईकेवाईसी करवाने के दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल सके.
31 जुलाई तक हर हाल में E-KYC कराएं किसान, तभी मिलेगा किसान सम्मान निधि का लाभ - एडीएम मंडी अश्वनी कुमार
मंडी जिले में करीब 65 प्रतिशत किसानों ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी नहीं करवाई है. जिन्हें आने वाले समय में सरकार से वार्षिक तौर पर मिलने वाली 6 हजार रुपये की मदद नहीं मिलेगी. इसके लिए अब जिला प्रशासन मंडी ने सभी एसडीएम और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आने वाले दस दिनों में मिशन मोड चलाकर जिला मंडी (Press conference of ADM Ashwani Kumar) के सभी पात्र किसानों की ईकेवाईसी करवाने के दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल सके.
वीरवार को मंडी में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते (Press conference of ADM Ashwani Kumar) एडीएम मंडी अश्वनी कुमार ने बताया कि यदि 31 जुलाई तक जिला के पात्र किसान अपना ई केवाईसी अपडेट नहीं करते तो सरकार के दिशा निर्देशों पर उन्हें मिलने वाली निधि नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि जिला के 65 प्रतिशत किसानों ने अभी तक अपना ई केवाईसी नहीं करवाया है जिसके लिए अब जिला में 10 दिनों तक एक अभियान चलाकर सभी पात्र किसानों के ई केवाईसी करवाने के लिए मुहिम चलाई जाएगी. उन्होंने बताया कि किसान मोबाइल के माध्यम से स्वयं या फिर लोक मित्र केंद्र पर जा कर ई केवाईसी करवा सकते हैं. वहीं, एडीएम मंडी अश्वनी कुमार ने बताया कि जिले में पहले अपात्र किसानों को दी गई निधि की रिकवरी भी जारी है. जिसमें अभी तक 1 करोड़ से ज्यादा की रिकवरी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में भी अपात्र किसानों की पहचान और उन्हे मिल चुकी किसान सम्मान निधि (Kisan Samman Nidhi) की रिकवरी जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि जिला में लगभग 5930 अपात्र किसान हैं जिन पर कार्रवाई की जा रही है.
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