शिमला:सीबीआई के डिप्टी लीगल एडवाइजर पद पर कार्यरत मंडी के जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली है. उनकी आत्महत्या पर आम आदमी पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि सीबीआई के एक अधिकारी ने इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि उस पर उन्हें सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला गया था. आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने शिमला में प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई अधिकारी जितेंद्र कुमार पर मनीष सिसोदिया पर झूठा केस बनाने का दवाब भाजपा सरकार बना रही थी. भाजपा सरकार के दवाब को जितेंद्र कुमार सहन नहीं कर सके और दवाब में आकर आत्महत्या करने का कदम उठाया.
सुरजीत ठाकुर ने मांग की है कि जितेंद्र कुमार सुसाइड केस की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. इस केस की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज या सिटिंग जज से करानी चाहिए, जिससे सच्चाई जनता के सामने आ सके. आम आदमी पार्टी पूरी तरह जितेंद्र कुमार के परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़ी है. सुरजीत ठाकुर ने हिमाचल के सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से सवाल करते हुए कहा कि वह इस मामले में चुप्पी क्यों साधे हुए हैं, क्यों नहीं सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, इसका जवाब जनता को दें.
सुरजीत ठाकुर ने कहा कि सीबीआई ने दिल्ली के (Surjeet thakur on bjp) उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर छापा मारा, लेकिन कई घंटों की जांच के बाद सीबीआई को कुछ नहीं मिला. सीबीआई के अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया के बैंक लॉकर की भी जांच की, उसमें भी कुछ नहीं मिला. जिससे केंद्र की मोदी सरकार मनीष सिसोदिया पर झूठा केस बनाकर गिरफ्तार करने का दवाब अधिकारी पर बना रही थी. सुरजीत ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के दवाब में आकर जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या की है. जितेंद्र कुमार सीबीआई में डिप्टी लीगल एडवाइजर के पद पर कार्य कर थे.