करसोग:करसोग उपमंडल के तहत अति दुर्गम क्षेत्र शलाग में नई पंचायत बनाने का ग्रामीणों को कोई भी लाभ नहीं हुआ है. लोगों की मांग को देखते हुए सरकार ने अति दुर्गम क्षेत्र शलाग में (Shalag Panchayat of Mandi) करीब एक साल पहले नई पंचायत तो बना दी, लेकिन नव गठित पंचायत में कार्यालय शिफ्ट न होने से लोगों को इसका कोई फायदा नहीं हो रहा है.
अभी भी शलाग और साथ लगते क्षेत्रों के लोगों को अपना कार्य करवाने या फिर ग्राम सभा की बैठक के लिए 8 से 10 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके बगशाड में स्थित पुराने पंचायत कार्यालय (Bagshad in mandi of Himachal) पहुंचना पड़ रहा है. हालांकि लोगों की परेशानी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने अपने निजी मकान में कार्यालय चलाने की इच्छा जताई है. वहीं, पंचायत पदाधिकारियों ने शपथ पत्र लगाकर बीडीओ कार्यालय से इसकी अनुमति भी मांगी है. लेकिन, इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है. इसका बड़ा उदाहरण रविवार को आयोजित हुई ग्राम सभा की बैठक में देखने को मिला.
नव गठित पंचायत शलाग की ग्राम सभा की बैठक पुराने कार्यालय बगशाड में आयोजित की गई, जिसमें लोगों की उपस्थिति 0/139 रहने की वजह से ग्राम सभा की बैठक को स्थगित करना पड़ा. पंचायत सचिव सुबह से लेकर दोपहर 2 बजे तक अकेले कार्यालय (BDO office karsog) में बैठकर लोगों का इंतजार करते रहे, लेकिन लोगों की हिस्सेदारी न होने के कारण आखिर में 2 बजे ग्राम सभा की बैठक को स्थगित करना पड़ा.