मंडी: जिला मंडी के उपमंडल करसोग के न्यारा गांव में एक महीने से पानी की सप्लाई न होने से नाराज लोगों ने गुरुवार को सड़कों में उतर कर आईपीएच विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. लोगों के प्रदर्शन को देखकर आईपीएच विभाग के जेई ने मौके पर पहुंच कर लोगों को शांत किया.
बता दें कि न्यारा गांव में 60 के करीब परिवार एक महीने से पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं. लोगों ने चेतावनी दी कि अगर अब पानी नहीं मिला तो पूरे गांव की जनता आईपीएच ऑफिस में आंदोलन करेगी. सराहन वार्ड से जिला परिषद सदस्य श्याम सिंह चौहान ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर जेई सहित एसडीओ से कई बार बात की गई लेकिन विभाग द्वारा कोई सुनवाई नहीं हुई है.
लोगों के गुस्से को देखते हुए आईपीएच विभाग के जेई पुनीत राणा मौके पर पहुंचे और लोगों को शाम तक सप्लाई देने का भरोसा दिया. आईपीएच विभाग के जेई पुनीत राणा ने कहा कि लोगों को जल्द ही पानी की नियमित सप्लाई दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पहले भारी बारिश के कारण पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसे ठीक किया गया था जिसके बाद पाइपों में रेत भर गई है इसलिए लाइन को दोबारा खोलना पड़ा.
बता दें कि 12 अगस्त को करसोग के सेरी बंगलो में आयोजित जनमंच में पानी को लेकर विभाग की कई शिकायतें प्राप्त हुई. विभाग को इस लापरवाही पर मंत्री ने लताड़ भी सुननी पड़ी थी. इसके बाद भी आईपीएच विभाग की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं हुआ है.
आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता उपेंद्र वैद्य का कहना है कि मामला ध्यान में आया है और इस बारे में अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी. उन्होंने कहा कि लोगों की दिक्कत को दूर करने के लिए तुरंत प्रभाव से आदेश जारी किए जा रहे हैं.