मंडी:कोरोना संकट के बीच जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र की जनता को राहत पहुंचाने के लिए विधायक प्रकाश राणा भी सक्रियता के साथ काम कर रहे हैं. हालांकि उनकी कार्यप्रणाली पर कुछ लोग सवाल भी उठा रहे हैं, जिनका उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में विरोधियों को करारा जवाब दिया है.
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान पहुंचाई हर राहत का ब्यौरा उनके पास है. रही बात ट्रस्ट की तो उसका बाकायदा ऑडिट होता है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए विधायक प्रकाश राणा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए हजारों मास्क व सेनिटाइजर जनता को बांटे गए हैं.
निजी स्तर पर 11 लाख रुपये की राशि संकट की घड़ी में जनता की राहत के लिए खर्च की है. उन्होंने बताया कि उनके ट्रस्ट के माध्यम से भी जरूरतमंदों की सहायता की गई है. इस संकट की घड़ी में उनकी जनता के प्रति जिम्मेदारियां बढ़ गई है. ऐसे में उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से भी राहत पहुंचाने का काम किया है. जबकि सैलरी को ट्रस्ट के बजाए कोविड-19 राहत कोष में डाला है.
उन्होंने बताया कि अपनी इलाके की जनता को इस संकट की घड़ी में राहत देने के लिए उन्होंने निजी स्तर पर एक हेल्पलाइन भी शुरू की है. जिसके माध्यम से लोगों की मांग समेत हर चीज का निपटारा किया जा रहा है. इस अनूठी पहल के माध्यम से रोजाना 70 से 80 शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है.
उन्होंने माना कि यह हेल्पलाइन शुरू करने में देरी हुई है, लेकिन जनता की हर समस्या को निपटाना ही मुख्य मकसद है. संकट की इस घड़ी में राहत पहुंचाने के लिए वह 24 घंटे अधिकारियों के संपर्क में हैं. जबकि उनकी टीम भी विधानसभा क्षेत्र की जनता तक राहत पहुंचाने का काम कर रही है.
हालांकि, उन्होंने साफ किया कि उन्होंने अपने स्तर पर किसी को जरूरतमंद को राशन को लेकर कोई राहत नहीं पहुंचाई है. इसके लिए उन्होंने प्रशासन को दो लाख रुपये दान किए, ताकि हर जरूरतमंद तक प्रशासन अपने स्तर पर राशन मुहैया करवाए.