करसोग/मंडीः जिला में कोरोना की रोकथाम के लिए लगे कर्फ्यू में फंसे प्रवासी मजदूर अब वापस अपने घर लौट रहे हैं. रविवार को भी बिहार के अररिया से आये कई प्रवासी मजदूरों ने प्रशासन से पास लेने के बाद अपने घर लौट गए. इसके लिए प्रवासी मजदूरों ने प्रशासन का आभार प्रकट किया है.
करसोग से घर लौटे प्रवासी मजदूर, प्रशासन का जताया आभार - करसोग मजदूर न्यूज
एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि बिहार के कुछ लोगों ने घर जाने के लिए आवेदन किया था. इन सभी लोगों ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं पार्षद बंसीलाल के माध्यम से प्रशासन को संपर्क किया था. जिसके बाद सभी लोगों को अररिया के लिए पास बनाकर भेजा गया है.
करसोग के पुराना बाजार में रहने वाले मजदूरों को गाड़ियों में मोहाली तक भेजा गया. यहां से इन लोगों को ट्रेन से भेजा जाएंगा. मजदूरों को घर भेजने में प्रदेश वर्कर सॉलिडेटर व हाईवे हेल्प ने भी सहायता की है. पार्षद व वर्कर सॉलिडेटरी से जुड़े बंशीलाल के मुताबिक बहुत दिनों से मजदूर घर लौटने के लिए प्रयास कर रहे थे. इनको अब घर भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि मजदूरों को घर भेजने के लिए कुछ खुद से और बाकि एचपी वर्कर सॉलिडेटरी और हाईवे हेल्प में आये दान से खर्च किया गया.
बता दें कि देश सहित प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर करसोग में फंस गए थे. लॉकडाउन लंबा चलने की वजह से ये मजदूर दिहाड़ी मजदूरी नहीं कर पाए थे. काफी समय तक इन लोगों को बिना किसी काम के जिला में रहना पड़ा. हालांकि इस दौरान सभी प्रवासी मजदूरों को प्रशासन की ओर से खाने पीने की पूरी व्यवस्था मुहैया करवाई जा रही थी.
वहीं, एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि बिहार के कुछ लोगों ने घर जाने के लिए आवेदन किया था. इन सभी लोगों ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं पार्षद बंसीलाल के माध्यम से प्रशासन को संपर्क किया था. जिसके बाद सभी लोगों को अररिया के लिए पास बनाकर भेजा गया है, ताकि सभी मजदूर आसानी से अपने निवास स्थान पर पहुंच सके.