मंडीः कोरोना वायरस काल में बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे रहकर अपनी अहम भूमिका निभाई है. इन्हीं में से एक हैं मंडी जिला के सुंदरनगर उपमंडल के कनैड गांव निवासी सरदार अमरजीत सिंह. इन्होंने जरूरतमंदों को मास्क मुहैया करवाने के लिए अपनी 11 पगड़ियों की कुर्बानी दे दी.
सिख धर्म में पगड़ी का विशेष महत्व है. बिना पगड़ी के सरदारों की शान नहीं मानी जाती. 5 से 8 मीटर लंबी पगड़ी जब सिर पर बांधी जाती है तो इसे पहनने वाले की पहचान ही कुछ और हो जाती है. इसे सिर का ताज भी कहा जाता है. शायद ही कोई ऐसा होगा अपने सिर के ताज की कुर्बानी देने को तैयार हो, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे सरदार जी से मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने कोरोना काल में एक या दो नहीं बल्कि अपनी 11 नई पगड़ियों की कुर्बानी दे दी और वो भी इसलिए ताकि जरूरतमंदों को मास्क मुहैया हो सके.
सुंदरनगर उपमंडल के तहत आने वाले कनैड गांव में इनका घर है. पेशा है सिर्फ समाज की सेवा करना. अमरजीत सिंह मंडी जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सर्व वॉलंटियर हैं और जब भी प्रशासन को इनकी जरूरत होती है यह उसी वक्त हाजिर होकर अपनी सेवाएं देने लग जाते हैं.
जब कोरोना वायरस का कोहराम मचा और देश को लॉकडाउन किया गया तो उस वक्त मास्क और सेनिटाइजर की बहुत ज्यादा कमी खली. दुकानें बंद थी, कपड़ा उपलब्ध न होने के कारण मास्क बनाना भी मुश्किल था. ऐसे में अमरजीत सिंह ने अपनी 11 नई पगड़ियों को कटवाकर उनके एक हजार से अधिक मास्क बनाकर जरूरतमंदों को बांटे. अमरजीत सिंह बताते हैं कि उन्होंने यह मास्क गरीबों, अपंगों और प्रवासी लोगों को बांटे जो मास्क नहीं खरीद सकते थे.