मंडीः शहर मंडी को नगर परिषद से नगर निगम बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने 15 दिनों का समय दिया है. इसी बीच मंडी नगर परिषद की अध्यक्ष सुमन ठाकुर ने वीरवार को मंडी में प्रैस वार्ता कर नगर निगम बनने के फायदों के बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्होंने नगर निगम को लेकर कई प्रकार की भ्रातियों पर भी अंकुश लगाया.
नगर परिषद मंडी की अध्यक्ष सुमन ठाकुर ने ऐलान किया है कि जिन ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम मंडी में शमिल किया जाना है, उनसे 5 साल तक किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा. इन ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे पहले विकास की लकीर खिंची जाएगी. उसके बाद ही यहां पर विभिन्न प्रकार के टैक्स वसूलने का खाका बनाया जाएगा.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक टैक्स लेने के लिए ए, बी, सी व डी कैटेगरी बनाई गई है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो नगर निगम ग्रामीणों को राहत देने के लिए न्यूनतम टैक्स रखने का प्रावधान करेगी. इसके तहत टैक्स की श्रेणीयों को बढ़ाते हुए इसे इ या एफ तक घटाया जा सकता है. इसमें की सिर्फ नाममात्र का ही कर ग्रामीणों को देना होगा.
सुमन ठाकुर ने नगर निगम मंडी का लोगाों से समर्थन करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा ऐसी भी भ्रातियां फैलाई जा रही हैं कि जो ग्रामीण क्षेत्र नगर निगम मंडी में शामिल किए जाएंगे, उनके रोजगार पर इसका असर पड़ेगा. साथ ही कुछ लोगों का मानना है कि नगर निगम में शामिल होने पर मनरेगा समाप्त कर दिया जाएगा.