मंडी: हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए जारी आंदोलन को कांग्रेस समर्थन दे रही है. एक के बाद एक कांग्रेसी नेता पुरानी पेंशन बहाली की मांग का समर्थन करते हुए, अपनी पार्टी की सरकार आने पर इसे फिर से शुरू करने का आश्वासन दे रही है. अब पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने भी इस बात का ऐलान कर दिया है.
मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों के आंदोलन को कुचलना चाह रही (kaul singh attacks on jairam government ) है, जिसके चलते सीएम जयराम ठाकुर (congress on cm jairam) अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन एनडीए के शासन में बंद हुई थी और कांग्रेस ने इसका विरोध किया था. अब कांग्रेस ने राजस्थान से पुरानी पेंशन बहाली की शुरुआत कर दी है और प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही इसे बहाल कर दिया जाएगा.
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि अगर पेंशन बंद हो तो फिर इसकी शुरुआत नेताओं से होनी चाहिए और यदि मिले तो सभी को मिलनी चाहिए. उन्होंने जयराम सरकार को 3 मार्च से पहले पेंशन बहाल करने का सुझाव भी दिया ताकि कर्मचारियों के आंदोलन को समाप्त किया जा (old pension scheme in himachal) सके. उन्होंने कहा कि जब पूर्व में वे राजस्व मंत्री थे तो उस वक्त जयराम ठाकुर ने बतौर विधायक सदन में चार गुणा मुआवजे की बात कही थी. आज जयराम ठाकुर खुद प्रदेश के मुखिया हैं और प्रभावितों को चार गुणा मुआवजा नहीं दे रहे हैं.