मंडीः 22 फरवरी से जारी सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव शुक्रवार को संपन्न हो गया. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने समापन समारोह की अध्यक्षता की. सर्वप्रथम उन्हें पारंपरिक पगड़ी पहनाई गई और उपरांत इसके उन्होंने राज माधव राय मंदिर में जाकर विधिवत पूजा अर्चना की.
इसके बाद राज्यपाल ने पारंपरिक शोभायात्रा (जलेब) में भाग लिया. यह शोभायात्रा पूरे शहर की परिक्रमा करने के बाद पड्डल मैदान में आकर संपन्न हुई. इस शोभायात्रा की समाप्ति के साथ ही जिला भर से आए देवी-देवता भी अपने गंतव्यों की तरफ रवाना हो गए.
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भव्य आयोजन के लिए मंडी जिला प्रशासन को बधाई दी. उन्होंने कहा कि मेले हमारी प्राचीन और स्मृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं और जिला प्रशासन ने पुरानी परंपराओं का बखूबी निर्वहन किया है.
अंतिम शोभायात्रा के दौरान लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए राज्यपाल उन्होंने कहा कि इस बार महोत्सव में प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 स्वर्णिम वर्षों की झलक देखने को मिली है. इसके लिए उन्होंने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन को बधाई दी. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि ऐसे महोत्सवों के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक जागरूकता का संदेश पहुंचाया जा सकता है और इस कार्य को करने में प्रशासन ने अपनी अहम भूमिका निभाई है.
प्रदेश राज्यपाल ने कहा कि प्रशासन ने नैतिक मूल्यों, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और नशाखोरी को लेकर महोत्सव के दौरान जो प्रयास किए वे सराहनीय हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग ऐसे सामाजिक कुरीतियों से दूर रहकर एक स्वच्छ राष्ट्र के निर्माण में अपना सहयोग देंगे. उन्होंने महोत्सव के समापन पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया.
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