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विकास के कार्यों में रुकावट नहीं बनेगा वन विभाग, अन्य सभी विभागों को करेगा सहयोग

वन विभाग वन क्षेत्र में होने वाले विकास के कार्यों में रुकावट नहीं बनेगा. वन विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर डेवलपमेंट फ्रेंडली कार्य करेगा. विकास कार्यों में वन विभाग अपने नॉर्म्स को भी पूरा करेगा और पेड़ों को भी बचाएगा.

rakesh pathania, forest minister
राकेश पठानिया

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Published : Sep 1, 2020, 12:21 PM IST

करसोग: प्रदेश में जनहित में होने वाले विकास कार्यों में वन विभाग रुकावट नहीं बनेगा. करसोग में पत्रकारों से बात करते हुए वन मंत्री राकेश पठानिया ने स्पष्ट किया कि वन विभाग नई सोच के साथ काम करेगा.

वन विभाग वन क्षेत्र में होने वाले विकास के कार्यों में रुकावट नहीं बनेगा. वन विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर डेवलपमेंट फ्रेंडली कार्य करेगा. विकास कार्यों में वन विभाग अपने नॉर्म्स को भी पूरा करेगा और पेड़ों को भी बचाएगा. वन मंत्री ने कहा कि वन क्षेत्र से होकर मनरेगा की 50 या 100 मीटर सड़क निकलती है और अगर ऐसे क्षेत्र में पेयजल लाइन गुजरती है, जिससे 100 परिवारों को पानी मिल रहा है और वहां पेड़ नहीं होगा तो कोई दिक्कत नहीं है.

वीडियो रिपोर्ट.

राकेश पठानिया ने कहा कि ऐसे जनहित के कार्यों को नहीं रोका जाएगा. उन्होंने कहा कि पेयजल लाइन बिछाते वक्त खुली जगह पर टैंक बनाए जाएंगे ताकि जंगल में जब आग लगे तो उसे बुझाने के लिए जगह-जगह पर पानी के सोर्स उपलब्ध रहेंगे. इस बारे में जल शक्ति विभाग को भी कह दिया गया है. वन विभाग की इस पहल से विकास कार्यों में तेजी आएगी और जनहित के कार्य भी समय पर पूरा हो सकेंगे. वन मंत्री ने अपने इरादे जाहिर करते हुए वन विभाग को भी स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं.

वन मंत्री राजेश पठानिया ने बताया कि हमें डेवलपमेंट फ्रेंडली बनना पड़ेगा. इस बारे में विभाग को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि वन विभाग विकास के कार्यों में रुकावट नहीं बनेगा. इसके लिए अन्य विभागों का भी विकास में सहयोग करेगा और अपने नॉर्म्स को पूरा करने के साथ पेड़ों को भी बचाएगा.

रुके पड़े हैं बहुत से विकास कार्य

वन विभाग की सख्ती की वजह से प्रदेश में विभिन्न विभागों के बहुत से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वीकृति मिलने के बाद भी वन विभाग की भूमि बीच में पड़ने से विकासकार्यों में अड़चने पैदा हो रही हैं. खासकर वन भूमि के कारण मनरेगा के छोटे-छोटे रास्ते नहीं बन पा रहे हैं, जबकि रास्ते वाली जगह पर कोई पेड़ भी नहीं है.

इसी तरह से पेयजल लाइन बिछाने में वन भूमि आड़े आने से बहुत से कार्य लटक रहे हैं. इसके अलावा अन्य विभागों को भी विकासकार्यों को करने में कई तरह की दिक्कतें पेश आ रही है, लेकिन वह मंत्री की पहल से नॉर्म्स पूरा होने के साथ इस तरह के विकास कार्य भी समय पर शुरू हो सकेंगे.

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