करसोग:रासायनिक खादों के दामों में की गई वृद्धि से किसान और बागवान (Farmers upset in Karsog )नाराज हैं. पहले ही चौतरफा महंगाई की मार झेल रहे किसानों और बागवानों की परेशानी और बढ़ा दी है. एक साल के अंदर रासायनिक खादों के दामों में 40 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई. ऐसे में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के दावों पर भी सवाल उठने लगे है. करसोग में गेहूं, नकदी फसलों और सेब के बगीचों में पोटाश सहित 12-32-16 का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में रासायनिक खाद के भाव में हुई बढ़ोतरी से किसानों की जेब और अधिक ढीली होगी. नए दाम के अनुसार 12:32:16 खाद 315 रुपए तक महंगी हो गई. यानी जीएसटी के साथ अब किसानों को यही खाद 1450 रुपए प्रति बैग मिलेगी, जबकि इस खाद की कीमत पहले 1135 रुपये प्रति बैग थी.
इसी तरह से 15:15:15 खाद भी 170 रुपये प्रति बैग महंगी हुई. यह खाद अब जीएसटी को जोड़कर 1350 रुपए में मिलेगी. इसका पुराना दाम 1180 रुपए प्रति बैग के करीब था. पोटाश के भी अब किसानों को 1150 रुपए चुकाने होंगे. बता दें कि किसान एक मात्र ऐसा वर्ग जो अपने उत्पाद की कीमत खुद तय नहीं करता है, लेकिन फसल तैयार करने के लिए उसे जिन उपकरणों व खादों की जरूरत पड़ती उसके लिए किसान को हर तरह की कीमत चुकानी पड़ती है.