मंडी: सरकार के आवास योजनाओं के दावे के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला में एक बुजुर्ग दंपति जर्जर कच्चे मकान में रहने को मजबूर है. मैहरन पंचायत के तहत आने वाले नाग ककनो गांव के 82 साल के बुजुर्ग भगतराम ने हर सरकारी दफ्तर में जाकर सिर पर छत के लिए गुहार लगाई, लेकिन उनकी आवाज नक्कार खाने में तूती बनकर रह गई.
पीड़ित भगतराम ने बताया कि उनका पत्थर का बना कच्चा मकान गिरने वाला है. पहाड़ी पत्थर से तैयार छत पर लकड़ी पूरी तरह से सड़ चुकी है. ऐसे में कभी भी छत पर लगे पत्थर उन पर गिर सकते हैं, जिससे उन्हें रात में सोते हुए कोई अनहोनी होने का खतरा बना रहता है. उन्होंने कहा कि हम गरीब हैं, इसलिए मकान की मरम्मत के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं. सरकार से जो सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिलती है, उससे सिर्फ खाने का ही गुजारा होता है.
भगतराम ने बताया कि पंचायत सहित सभी विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार द्वारा जीते जी मकान मिलना चाहिए, ताकि वो डर के साए से हटकर बेफिक्र होकर अपनी जिदंगी बसर कर सकें.
करसोग के माहूंनाग में 1 जुलाई 2018 को आयोजित जनमंच कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी भगतराम के घर का मौका कर चुके हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि करीब दो साल का समय बीतने पर भी भगतराम को मकान नहीं मिला है.