मंडी: दिल्ली से जानकारी छुपाकर भाग आए कोराना पॉजिटिव व्यक्ति के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है. बताया जा रहा है कि लड़भड़ोल क्षेत्र का 51 वर्षीय व्यक्ति दिल्ली के छतरपुर में टैक्सी ड्राइवर है और 4 जून को इसने अपना टेस्ट एक प्राइवेट लैब में करवाया तो वहां की रिपोर्ट में इसे कोराना पॉजिटिव बताया गया.
इसके बाद व्यक्ति ने खुद को 8 जून तक क्वारंटाइन कर लिया और 9 जून सुबह उसने मोहाली से एक अपने भांजे के टैक्सी चालक दोस्त को दिल्ली बुला लिया जो मूलता मंडी के पंडोह का रहने वाला है. इसी युवक ने टैक्सी का एक राउंड ट्रिप 48 घंटे का पास साइबर कैफे से मोहाली एसएएस नगर प्रशासन से बनाया और लड़भड़ोल निवासी दंपति को लेकर आ गया.
इस बीच उसकी स्वारघाट चैकपोस्ट पर 9 जून को दोपहर बाद कर्फ्यू पास की अवधि के आधार पर ज्यादा चैकअप नहीं हुआ और कोराना पॉजिटिव व्यक्ति ने भी अपनी जानकारी छिपाए रखी और तीनों नेरचौक पहुंच गए. जब नेरचौक मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो वहां खुद को व्यक्ति कोराना पॉजिटिव बताकर इलाज करवाने के लिए अड़ गया. उसकी इस हरकत से टैक्सी चालक भी परेशान हो गया था, लेकिन कोराना पॉजिटिव व्यक्ति का कहना था कि दिल्ली में उसका कहीं कोई उपचार नहीं हो रहा है और उसके भाई के साथ दो दिन पहले दुर्घटना हो गई है.
लिहाजा वह घर आना चाहता था. कोरोना पॉजिटिव पाया गया ये व्यक्ति साल 2006 से गुरुग्राम में रह रहा था और वहां प्राइवेट गाड़ी चलाता है. सात महीने पहले पत्नी और बेटे को अपने साथ गुरुग्राम ले गया था. वहीं, 4 जून को व्यक्ति बुखार आने पर कोरोना जांच करवाने एक निजी लैब पहुंचा था.