मंडी: शहर मंडी को विकास की दृष्टि से एक आदर्श नगर बनाने में जिला प्रशासन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी ( आईआईटी ) की मदद लेगा. इसके लिए प्रशासन ने आईआईटी प्रबंधन के साथ एक समझौता किया है. जिसमें आईआईटी नगर शहर के लिए नई परियोजनाओं की रूप रेखा बनाने, समस्याओं के वैज्ञाानिक समाधान सुझाने और तकनीकी सहयोग देने में प्रशासन की मदद करेगा.
इसे लेकर डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. टिमोथी ए. गोन्सालव्स के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कमांद में आईआईटी परिसर में निदेशक व प्रबंधन के अन्य सदस्यों के साथ बैठक की और इस साझेदारी को लेकर विस्तार से चर्चा की.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि आईआईटी मंडी के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर समझौता किया गया है. इसमें 'प्रयास' के नाम से एक सहयोग मंच बनाने का फैसला लिया गया है, जिसमें आईआईटी प्रबंधन के सदस्यों के साथ जिला प्रशासन, नगर परिषद मंडी और लोक निर्माण विभाग, विद्युत एवं आईपीएच जैसे सभी प्रमुख विभागों के मुख्य अधिकारी शामिल रहेंगे.
डीसी मंडी ने बताया कि आईआईटी मंडी के निदेशक इस मंच के अध्यक्ष होंगे, जबकि डीसी मंडी मंच के समन्वयक होंगे. अन्य विशेषज्ञ लोगों के साथ-साथ अतिरिक्त डीसी मंडी व नगर परिषद मंडी अध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे. आईआईटी मंडी के रजिस्ट्रार इसके नोडल अधिकारी होंगे.
इस ओर होगा फोकस
'प्रयास' का मुख्य फोकस पर्यावरण, पानी, कचरा निष्पादन, ऊर्जा, यातायात, डैटा प्रबंधन व शिक्षा स्तर में सुधार से जुड़े मामलों पर रहेगा. फोरम मंडी को आधुनिक जन सुविधाओं की उपलब्धता के साथ देश का आदर्श नगर बनाने के लिए समर्पित व नियोजित कोशिश करेगा.