मंडी: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण रक्षाबंधन के त्यौहार पर बाजारों में लोगों की कम ही भीड़ देखने को मिल रही है, लेकिन फिर भी बहने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने के लिए मार्केट जाकर स्वदेशी रखियां खरीद रही हैं.
बता दें कि रक्षाबंधन प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं. इस दिन राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है. इसलिए बहने अपने भाई के हाथों पर रेशमी धागे से बनी राखी या रक्षासूत्र बाधंती हैं.
बाजारों में सोने, चांदी से लेकर रेशम के धागे की राखियां मौजूद हैं और पूरे देश में इस बार स्वदेशी राखी ही बिक रही है. साथ ही इस साल जिला में कुछ संस्थाओं द्वारा वैदिक राखियां भी तैयार की गई है जो कि बाजारों में हाथों-हाथ बिक रही हैं.