मंडीःई-कॉमर्स कंपनियों को होम डिलीवरी में छूट देने का व्यापारी विरोध कर रहे हैं.करसोग व्यापार मंडल ने 20 अप्रैल से ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों को डिलीवरी में जा रही छूट का विरोध किया है.
कारोबारियों के मुताबिक ऑनलाइन शॉपिंग चालू होने से व्यापारी बर्बाद हो जाएंगे. खासकर छोटे व्यापारियों की तो दुकानदारी ही बंद हो जाएंगी. ऐसे में हजारों कारोबारियों को अपने परिवार का गुजारा करना भी मुश्किल हो जाएगा. व्यापारियों के मुताबिक ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान सेनेटाइजेशन का ध्यान नहीं रखा जाएगा. जिससे कोरोना संक्रमण और फैल सकता है.
व्यापारियों ने कहा कि देश में फैली कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए कारोबारी सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़े रहे. राशन, दवाइयों और सब्जियों की दुकानों को छोड़कर अभी कारोबारियों ने पिछले करीब एक महीने से अपनी दुकानें बंद रखी है.
कारोबारी लॉकडाउन को सफल बनाने में सरकार को पूरा सहयोग कर रहे हैं, ऐसे में लंबे समय से दुकानें बंद होने से कारोबारियों को पहले ही काफी नुकसान हो चुका है. इसके बाद अगर ऑनलाइन शॉपिंग शुरू होती है तो कारोबारी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे. इसलिए सरकार को तुरन्त प्रभाव से अपना निर्णय वापिस लेना चाहिए.
करसोग में 1500 कारोबारी:-
करसोग उपमंडल में 1500 के करीब छोटे बड़े कारोबारी हैं. जिनका परिवार केवल दुकानदारी पर चलता है. देश में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने को लगे लॉक डाउन से कारोबार ठप हो गया है. राशन, दवाईयों और सब्जियों को दुकानों को छोड़कर सभी कारोबारी घरों में है. दुकानें बंद होने के कारण कारोबारियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. अभी देश भर में 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा, ऐसे में अभी कारोबारियों को और भी नुकसान उठाना होगा.